सेठानियों को देखने उमड़े लोग
लाखों रुपयों के गहनों, हीरे जवाहरात से सुसज्जित नगर सेठानियां मां सुनरहाई और नुनहाई वाली माता के दर्शन को लोग उमड़ पड़े। उनकी आभा देखते ही बन रही थी। खूबसूरत गहनों और हीरों की दमक श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। एक अनुमान के अनुसार दोनों सेठानियों ने साढ़े तीन करोड़ के गहने धारण किए हुए थे। जिसमें कई किलो सोना व चांदी समेत हीरा, मोती व माणिक शामिल थे। जानकारी के अनुसार इन समितियों में लोग चंदा में पैसों की अपेक्षा सोना चांदी दान करते हैं।
2:45 पर हुआ पहला विसर्जन
दशहरा चल समारोह शाम 7 बजे शुरू हो गया था। लेकिन गंतव्य तक पहुंचने में कई घंटे लग गए। हनुमानताल में पहली प्रतिमा का विसर्जन रात 2:45 पर नगर जेठानी कोष्टी मंदिर का हुआ। इसके बाद सुनरहाई व नुनहाई वाली माता का विसर्जन संम्पन्न हुआ। सुबह पांच बजे तक माता का विसर्जन क्रम जारी रहा।