परीक्षा में छह हजार परीक्षार्थी हुए थे शामिल
उपकुलसचिव डॉ. दीपेश मिश्रा ने बताया कि छठवें सेमेस्टर की परीक्षाएं एक मई को समाप्त हुई थी। इसकेबाद 20 से 22 मई तक प्रैक्टिकल परीक्षाएं कराई गईं। परीक्षा में करीब छह हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। कर्मचारियों की हड़ताल के बावजूद प्रशासन परीक्षाओं को लेकर पूरी तरह मुस्तैद रहा। इसके बावजूद प्रशासन ने छात्रों की सुविधा को देखते हुए गोपनीय और परीक्षा विभाग के कर्मचारियों, परीक्षकों की मदद से तेजी से मूल्यांकन करवाया और प्रदेश के सबसे पहले परिणाम जारी किया।
कुलपति ने कहा प्रवेश में होगी आसानी
रादुविवि कुलपति प्रो. कपिलदेव मिश्र ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए एक उपलब्धि की तरह है कि हमने प्रदेश में सबसे पहले परीक्षा परिणाम घोषित किए हैं। इससे प्रवेश प्रक्रिया में छात्रों को आसानी होगी। प्रो. मिश्र ने इसके लिए कुलसचिव डॉ. बी भारती, परीक्षा कंट्रोलर प्रो. राकेश वाजपेयी, ऑनलाइन सेंटर नोडल अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता, उपकुलसचिव डॉ. दीपेश मिश्र को बधाई देते हुए आगे भी समन्वय के साथ काम करने का आह्वान किया।
पटरी पर आया सेशन
समय पर परीक्षाएं और नतीजे घोषित कर विवि का ट्रेक रिकार्ड सुधरा है। विदित हो कि पिछले दो सालों से विवि समय पर नतीजे घोषित कर रहा है, जिससे विवि पर छात्रों का भरोसा भी बढ़ा है। उपकुलसचिव परीक्षा डॉ. मिश्रा ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही बीए और बीएससी छठवें सेमेस्टर के नतीजों को भी घोषित करने का प्रयास कर रहा है।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर के पारम्परिक और व्यावसायिक पाठयक्रमों में प्रवेश को लेकर विभागाध्यक्ष भी अपने स्तर पर प्रयास करें। हेल्प डेस्क में आने वाली समस्याओं की जानकारी लेकर छात्रों का उचित मार्गदर्शन करें। यह बात शुक्रवार को विवि में विभागाध्यक्षों की बैठक में कुलपति प्रो. कपिलदेव मिश्र ने कही। प्रवेश सम्बंधी कार्यों के लिए अतिथि विद्वानों का भी सहयोग लेने की बात कही। बैठक में विभागाध्यक्ष प्रो. कमलेश मिश्रा, प्रो. एसएन मिश्रा, प्रो. पीवी जैन, प्रो. शैलेष चौबे, प्रो. आरके यादव, प्रो. एनजी पेंडसे, प्रो. आरके मिश्रा, डॉ. आरके गुप्ता, प्रो. अंजना शर्मा, डॉ. ममता राव मौजूद रहीं।