CM शिवराज बोले, नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले हैवान
-कहा, यह समय पक्ष हो या विपक्ष सभी को कोरोना से लड़ना होगा- शिवराज सिंह ने माढ़ोताल का कोविड सेंटर का निरीक्षण किया-मुख्यमंत्री ने सुरक्षा रथ रवाना किया
जबलपुर. नकली रेडमेसिविरि इंजेक्शन प्रकरण में जबलपुर के सपन जैन की गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तारी और गैलेक्सी हॉस्पिटल कांड के बाद CM शिवराज सिंह चौहान सोमवार को दोपहर बाद जबलपुर पहुंचे। उन्होंने माढ़ोताल कोविड सेंटर का निरीक्षण किया। फिर मीडिया से मुखातिब हुए तो कहा कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले तथा दवाओं और इंजेक्शंस में गड़बड़ी करने वाले हैवान हैं। ऐसे आरोपियों को जानवर कहना जानवरों का अपमान है। आरोपी कोई भी हो लेकिन सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सफर लंबा है चैन की सांस नहीं लेंगे, सरकार तीसरे स्टेज की कार्ययोजना बना कर चल रही है। संक्रमण की चेन तोड़ने का अभियान जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में किल कोरोना अभियान जारी रहेगा। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को फ्री में कोरोना टेस्ट होगा। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में ICU और ऑक्सीजन बेड की संख्या बढाई जाएगी। ब्लैक फंगस के इलाज के लिए कमेटी का गठन किया जा रहा है। थर्ड वेव में बच्चों में संक्रमण बढने के मद्देनजर व्यवस्थाएं बढ़ाई जा रही है।
इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सुरक्षा रथ रवाना किया। मुख्यमंत्री ने बैठक की शुरुआत में कहा कि इस महामारी से मिलकर लड़ना है। चाहे पक्ष हो या विपक्ष सबको इससे बचाव के उपाय निकालना है।
बताया कि प्रदेश में नए मरीज मिलने और डिस्चार्ज होने के बाद अब सक्रिय मरीजों की संख्या 1 लाख 8 हजार 913 हो गई है। वहीं मौत के आंकड़ों को देखें तो अब तक 6 हजार 420 मरीजों की कोरोना से मौत हो गई है। प्रदेश में अब तक 6 लाख 71 हजार 763 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है। वहीं अब तक 5 लाख 56 हजार 430 मरीज स्वस्थ हुए हैं। सीएम शिवराज ने कहा है कि पूरे मप्र में कोरोना पॉजिटिविटी दर कम है। प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 25 प्रतिशत से हटकर 16 प्रतिशत हो गई है। बहुत दिनों बाद 4 अंकों में केस आए हैं।
इससे पूर्व कोरोना के बिगड़े हालात को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बिना लाव लश्कर के बैठक लेने कलेक्टोरेट पहुंचे। उन्होंने भोपाल से ही सोशल मीडिया के माध्यम से संदेश देकर बता दिया कि उन्हें जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी एवं अन्य कोई रिसीव करने एयरपोर्ट नहीं आएगा। इसके चलते प्रशासनिक अमले के अलावा जनप्रतिनिधि भी सीधे बैठक स्थल पर ही पहुंचे।
दो घंटे से अधिक चली बैठक सीएम और जनप्रतिनिधियों की बैठक लगभग दो घंटे तक चली। इस दौरान विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के भी कुछ विधायकों ने जिला प्रशासन की खामियों को इंगित किया। बैठक से पहले सीएम ने कलेक्टर ने अलग से कुछ चर्चा की। बैठक में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, गैलेक्सी कांड, ऑक्सीजन कमी आदि मामलों पर चर्चा हुई। निजी अस्पतालों की लूट-खसोट पर भी कुछ जनप्रतिनिधियों ने आवाज उठाई। सीएम ने आपदा के इस घड़ी में सभी जनप्रतिनिधियों को एकजुट होकर लोगों की बेहतरी के लिए काम करने का सहयोग मांगा।
बैठक में पक्ष-विपक्ष के विधायक भी हुए शामिल बैठक में सांसद राकेश सिंह, पूर्व मंत्री एवं बीजेपी विधायक अजय विश्नोई, विधायक नंदनी मरावी, जबलपुर कैंट विधायक अशोक रोहाणी, पनागर विधायक इंदु तिवारी के अलावा कांग्रेस विधायक तरुण भनोट, लखन घनघोरिया और विधायक विनय सक्सेना शामिल हुए। बैठक के बाद दोपहर 3.30 बजे के लगभग वह करमेता पहुंचे और वहां जनसहयोग से तैयार 500 बेड के कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। इस सेंटर का शुभारंभ रविवार को ही सांसद राकेश सिंह ने कर दिया था।