बैठक के दौरान उद्यान अधिकारी आदित्य शुक्ला के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। सत्तापक्ष और विपक्ष के पार्षदों का आरोप था कि उद्यान अधिकारी किसी की भी शिकायत को गम्भीरता से नहीं लेते। फोन वे किसी का नहीं उठाते। सर्वसम्मति के बाद उद्यान अधिकारी शुक्ला को हटाने के साथ उनकी वेतनवृद्धि रोकने का प्रस्ताव पास किया गया।
अधारताल क्षेत्र में पानी के भीषण जल संकट को लेकर हंगामा हुआ। निर्दलीय पार्षद ऋषि यादव ने कहा कि लॉटरी सिस्टम के आधार पर उनके क्षेत्र में पानी टंकी निर्माण का आवंटन हुआ था। शहर में 17 टंकियां बननी थी, उनके क्षेत्र की टंकी को काटकर 16 टंकियों का निर्माण किया जा रहा है।
पार्षद संजय राठौड़ ने गुलौआ पानी की टंकी को लेकर एमएआइसी को घेरा। उन्होंने कहा कि नई टंकियां बनने के बाद भी गुलौआ टंकी से क्षेत्रों का लोड कम नहीं किया जा रहा है। रमनगरा प्लांट में बिजली की पैरल लाइन और राशि न जारी करने पर जल प्रभारी को आड़े हाथ लिया।
आदि शंकराचार्य की मूर्ति लगाने का प्रस्ताव
कचनार सिटी में शंकरजी की मूर्ति की तरह आदि शंकराचार्य की मूर्ति निर्माण का प्रस्ताव पार्षद सुशील शुक्ला ने दिया। उन्होंने अपने मद से 11 लाख की राशि देने की घोषणा की।
नेता प्रतिपक्ष राजेश सोनकर ने शहर में लग होर्डिंग का मुद्दा उठाया। विधि अधिकारी ने सफाई दी कि निगम प्रशासन ने होर्डिंग लगाने की कार्रवाई रोक दी है।