यूपी के मऊ की तरह शहर में भी हो चुका है बड़ा हादसा, फिर भी प्रशासन बेपरवाह
सिलेंडर जांच से बच रहीं एजेंसियां लापरवाही से दुर्घटना की आशंका
ये हैं नियम
– एजेंसी संचालक प्रत्येक उपभोक्ता के गैस कनेक्शन की सालाना जांच कराएं
– आवश्यक होने पर रेग्यूलेटर, वॉशर, पाइप या चूल्हा बदलवाएं
– उपभोक्ता से कनेक्शन के संबंध में किसी प्रकार की शिकायत मिलने पर तत्काल मदद मुहैया कराएं
सभी गैस एजेंसी संचालकों को निर्देशित करेंगे की उपभोक्ताओं के गैस कनेक्शन की जांच कराएं। रेग्यूलेटर, पाइप, चूल्हा या वॉशर में कोई खामी मिलने पर तत्काल उसे बदलवाया जाए।
– सुधीर दुबे, प्रभारी जिला खाद्य नियंत्रक
38 गैस एजेंसी हैं
11 गैस एजेंसी हैं ग्रामीण क्षेत्र में
27 गैस एजेंसी शहर में
84 लाख 30 हजार के लगभग उपभोक्ता
2016 में हुई थी सात लोगों की मौत
सिंगरहा मोहल्ला गंगा सागर क्षेत्र में एक परिवार के घर में आयोजन के दौरान गैस सिलेंडर में लीकेज के कारण आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी की 12 से ज्यादा लोग चपेट में आ गए। 7 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। कई परिवारों ने अपनों को खो दिया। जिनकी जान बची भी तो जख्म जिंदगीभर दर्द देने वाले हैं।
बम की तरह फटे सिलेंडर
वर्ष 2017 में बेदीनगर स्थित टेंट हाउस के गोदाम में रखे एक गैस सिलेंडर में आग लग गई। कुछ ही देर में आग ने पूरे गोदाम को चपेट में ले लिया। गोदाम में रखे सात सिलेंडर बम की तरह फटे। आग इतनी भयंकर थी की आसपास का इलाका दहल गया। दमकल अमले को आग पर काबू पाने में पांच घंटे से ज्यादा का समय लग गया।
सिलेंडर में लीकेज से लगी आग
वर्ष 2018 मई के महीने में रामपुर स्थित एक किराना दुकान व्यवसायी के घर में गैस सिलेंडर में लीकेज से दूसरी मंजिल स्थित गोदाम में लगी आग से पूरा परिवार दहशत में आ गया। दूसरी मंजिल पर दो और कमरों में परिवार के सदस्य मौजूद थे जिन्हें सीढिय़ों के जरिए मुश्किल से नीचे उतारा जा सका।
तीन मंजिला भवन में सिलेंडर फटा
19 अगस्त 2019 को घमापुर में रामकृष्ण स्कूल के पीछे स्थित विश्वकर्मा परिवार के तीन मंजिला मकान में गैस सिलेंडर में विस्फोट से आग लग गई। भवन आग की चपेट में आ गया। मकान में मौजूद लोग दहशत में आ गए। निगम के दमकल वाहनों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। भवन में मौजूद लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया।