पत्र में कहा, देश की सुरक्षा से जुड़ा मसला है
श्रावनी ने पीएम को लिखे पत्र में कहा है कि ‘धनुष तोप बेयरिंग प्रकरण देश की सुरक्षा से जुड़ा मसला है। इसमें जीसीएफ में कार्यरत उच्च स्तर के अधिकारी जुड़े हैं। उसके पिता ने सीबीआइ अधिकारियों के सामने उनके नामों का खुलासा किया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। फिर उसके पिता को साजिश रच कर बड़ी ही बेरहमी से रास्ते से हटा दिया गया।’ खटुआ की हत्या की जांच के लिए एसआइटी गठित हुई है, लेकिन अब तक ऐसा एक भी क्लू नहीं मिला। जिससे इस हत्याकांड की परतें खोली जा सके।
ये है मामला
धनुष तोप बेयरिंग प्रकरण में सीबीआई ने 2017 में मामला दर्ज किया था। इस प्रकरण में जीएस खटुआ के बयान होने थे। इसके लिए जीएस खटुआ को 18 जनवरी को दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय तलब किया गया था। इसकी सूचना खटुआ को 16 की शाम को मिली थी। बयान के लिए दिल्ली न पहुंच पाने की सूचना अधिवक्ता के माध्यम से मेल कराने की बात कहकर वह घर से 17 जनवरी की सुबह निकले थे। लेकिन, 19 दिन बाद पांच फरवरी को पाटबाबा की पहाड़ी के पीछे पत्थरों के खोह में उनकी लाश मिली थी। जांच के एसआइटी गठित है।