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जबलपुर

गुप्त नवरात्रि का समापन आज, देवी आराधना से पूरी होगी मनोकामना: पंचांग

गुप्त नवरात्रि का समापन आज, देवी आराधना से पूरी होगी मनोकामना: पंचांग
 

जबलपुरFeb 04, 2020 / 10:21 am

Lalit kostha

gupt navratri benefits for devi pujan, today panchang

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जबलपुर। शुभ विक्रम संवत् : 2076, संवत्सर का नाम : परिधावी, शाके संवत् : 1941, हिजरी संवत् : 1441, मु.मास : जमादि उल , उस्सानी 09, अयन : उत्तरायण, ऋतु : शिशिर ऋतुु , मास : माघ, पक्ष : शुक्ल पक्ष
तिथि – सूर्योदय से रात्रि 09.49 मि. तक पूर्णा संज्ञक दशमी तिथि रहेगी पश्चात नंदा संज्ञक एकादशी तिथि लगेगी। दशमी तिथि को यम् की पूजा करनी चाहिए, वे निश्चित ही सभी रोगों को नष्ट करने वाले और नरक तथा मृत्यु से मानव का उद्धार करने वाले हैं। एकादशी तिथि को विश्वेदेवों की भली प्रकार से पूजा करनी चाहिए। वे भक्त को संतान, धन-धान्य और पृथ्वी प्रदान करते हैं।
योग- सूर्योदय से अर्धरात्रि 05.13 मि. तक ऐन्द्र योग रहेगा पश्चात वैधृति योग लगेगा। ऐन्द्र योग के स्वामी पित्तरदेव माने जाते हैं जबकि वैधृति योग के स्वामी दितिदेव माने गए हैं।
विशिष्ट योग- ऐन्द्र योग को शुभ योग माना जाता है। इसमे किए गए किसी भी शुभ कार्य का पुण्य पितरों को लगता है। वैधृति योग अशुभ योग है। किसी भी शुभ कार्य के लिए वैधृति योग का त्याग करना चाहिए।
करण- सूर्योदय से प्रात: 09.35 मि. तक तैतिल नामक करण रहेगा पश्चात गर नामक करण लगेगा। इसके पश्चात वणिज नामक करण लगेगा।
नक्षत्र- सूर्योदय से अर्धरात्रि 01.48 मि. तक धु्रव स्थिर रोहिणी नक्षत्र रहेगा पश्चात मृदु मैत्र मृगशिरा नक्षत्र लगेगा। मकान, दुकान, मठ, मंदिर, रेललाइन, गुफा, छत, कुआं, सडक़ और जल संबंधी कार्य रोहिणी नक्षत्र में करना शुभ रहता हैं। नए-पुराने वाहनों का क्रय-विक्रय वाहन से यात्रा करने या सवारी आदि के लिए मृगशिरा नक्षत्र शुभ माने गए हैं।

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आज के मुहूर्त – अनुकूल समय में गुप्त नवरात्रि अनुष्ठान का पारण करने के लिए शुभ मुहूर्त है।
चौघडिय़ा के अनुसार समय – प्रात: 09.52 मि. से दोप. 02.01 मि. तक क्रमश: चंचल लाभ व अमृत के चौघडिय़ा रहेंगे।
व्रत/पर्व – गुप्त नवरात्रि व्रत का पारण। भक्त पुण्डरीक उत्सव (पण्ढरपुर)।
चंद्रमा – सूर्योदय से लेकर सम्पूर्ण दिवस पर्यन्त तक चंद्रमा पृथ्वी तत्व की वृषभ राशि में रहेंगे।
दिशाशूल – उत्तर दिशा में। (अगर हो सके तो आज के दिन उत्तर दिशा में यात्रा को टालना चाहिए)।
राहु काल – दोप. 03.24.01 से 04.46.57 तक राहु काल वेला रहेगी। अगर हो सके तो इस समय में शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए।
आज जन्म लिए बच्चे- आज जन्म लिए बच्चों के नाम (ओ, वा, वी, वू, वे) अक्षरों पर रख सकते हंै। आज जन्मे बच्चों काजन्म सोने के पाए में होगा। सूर्योदय से लेकर सम्पूर्ण दिवस पर्यन्त तक वृषभ राशि रहेगी। आज जन्म लिए बच्चे शरीर से सशक्त होंगे। सामान्यत: इनका भाग्योदय करीब 20 वर्ष की आयु में होगा। अच्छे वाक्पटु व अवसरवादी होंगे। इनकी शासकीय कार्यों में रुचि रहेगी। विज्ञान विषय पर मजबूत पकड़ रहेगी। स्वभाव से हठी होंगे। वृषभ राशि में जन्मे जातक को जलक्रिड़ा में सावधानी बरतनी चाहिए। सुपाच्य भोजन ग्रहण करना चाहिए।

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