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इससे पहले मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति एवं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस शर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ किया। कॉन्फ्रेंस में डायबिटीज पीडि़तों के शुगर कंट्रोल रखने के तरीके पर चर्चा हुई। चिकित्सकों ने बताया कि आधुनिक तरीके से शहर में ही रहकर शुगर कंट्रोल कर सकेंगे। प्रमुख रुप से डॉक्टर्स ने इस विषय पर चर्चा की कि डायबिटीज पीडि़त जो दवा लेते और उससे शुगर नियंत्रित नहीं होने पर दिनचर्या में परिवर्तन करने के साथ ही कौन सी आधुनिक दवा लेने पर लाभ होगा, इसके बारे में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया।
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डायबिटीज एवं मोटापा रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष डेंगरा ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि यदि कोई व्यक्ति मोटापे से काफी समय से पीडि़त है। शुगर काफी पहले से है। और उसकी शुगर एक या दो दवा लेने के बाद भी कंट्रोल नहीं होती है तो आधुनिक इलाज और स्वास्थ्य को बिना किसी नुकसान के पीडि़त स्वस्थ्य हो सकता है। बशर्तें वह चिकित्सक से परामर्श के अनुसार आसानी से दिनचर्या बदलकर, संतुलित खानपान और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों का सेवन करके स्वस्थ्य और आनंदमयी जीवन व्यतीत किया जा सकता है। इस अवसर पर डॉ. अशोक बराट, डॉ. डीएस बहरानी, डॉ. एमसी डाबर, डॉ. विजय चावला, डॉ. दीपक बरकड़े, उपस्थित थे।