महिला की मौत के बाद आक्रोश
मोतीनाला क्षेत्र में श्याम सिंह के धड़ा निवासी चिकनगुनिया पीडि़त ४२ वर्षीय नसीमा कुरैशी की रविवार को मौत के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव इमरान मंसूरी के अनुसार महिला को करीब 10 दिन पहले हाथ-पैर में तेज दर्द के साथ बुखार आया था। करीब ८ दिन शहर के निजी अस्पताल में उपचार हुआ। स्थिति में सुधार नहीं होने पर नागपुर ले जाया गया, जहां रविवार सुबह उनकी मौत हो गई। आरोप है कि क्षेत्र में डेंगू, चिकनगुनिया फैलने की लगातार शिकायत की जा रही है। लेकिन बीमारी की रोकथाम के लिए प्रशासन कार्रवाई में ढिलाई बरत रहा है। संक्रमण का शिकार होकर लोगों की मौत हो रही है।
तीन और मौतें भी संदिग्ध मरीजों की
हनुमानताल क्षेत्र में चांदनी चौक निवासी एक वृद्ध की पिछले बुखार आने के बाद मौत हुई थी। ठक्करग्राम निवासी एक बुखार पीडि़त किशोर की भी कुछ दिन पहले मौत हुई। स्थानीय लोगों आरोप है कि दोनों को पहले तेज बुखार आया था। उसके बाद कमजोरी आयी और फिर मौत हो गई। मौत की वजह डेंगू, चिकनगुनिया का अटैक बताया जा रहा है। तीन दिन पहले मदनमहल क्षेत्र में बढ़ई मोहल्ला में भी एक बालक को उल्टी-दस्त के बाद तेज बुखार की शिकायत हुई। अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि बालक को डेंगू हुआ था, सही उपचार नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई। सीएमएचओ डॉ. मुरली अग्रवाल का दावा है कि चिकनगुनिया, डेंगू बुखार की स्थिति नियंत्रण में है।