पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस के अनुसार करौदीकला गांव में 50 वर्षीय किसान संतोष पटेल अपने खेत में पानी लगा रहा था। इसी दौरान उसे करंट लग गया। उसे करंट लगता देख उसकी पत्नी 40 वर्षीय बततो बाई गई। उसे भी करंट लग गया। दोनों को के चीखने की आवाजा सुनकर संतोष की मां 70 वर्षीय जुगरती बाई उनकी ओर दौड़ी और वह भी करंट से झुलस गई। हाईवोल्टेज करंट के संपर्क में आने से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। मामले में मर्ग कायम कर प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है।
लापरवाही का खामियाजा
पुलिस के अनुसार संतोष जिस जगह पर वाटर सप्लाई के लिए इलेक्ट्रिक मशीन स्टार्ट कर रहा था, उसका बिजली का तार कई जगह से खुला था। संभवत: बिजली के नंगे तार से उसके शरीर का कोई हिस्सा टच हो गया। इससे उसे करंट लग गया। उसे बचाने के लिए पत्नी ने सुरक्षा के उपाय किए बिना ही कूद पड़ी। जिससे वह भी करंट की चपेट में आ गई। दोनों के बचाने के लिए जब जुगरती बाई गई तो उसका पैर भी गलती से कई जगह से खुले बिजली के तार पर पड़ गया और वह वहीं गिर गई। बिजली की वायरिंग में लापरवाही के कारण परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई।
बेटे ने जाकर देखा तो रो पड़ा
पुलिस के अनुसार करंट लगने से संतोष सहित उसकी पत्नी और मां की खेत पर ही मौत हो गई। उनका शव घंटों खेत में ही पड़ा रहा। काफी देर तक जब वे नहीं लौटे तो संतोष का पुत्र 18 वर्षीय संजय खेत की तरफ गया। उसे दूर से खेत पर तीन लोग लेटे दिखाई दिए। पास जाकर देखा तो उसकी पिता, माता और दादी थीं। उसने रोना शुरू कर दिया आसपास के लोग भी आ गए। ग्रामीणों को अनहोनी का अंदेशा हुआ। पहले बिजली की सप्लाई बंद की। उसके बाद पुलिस को सूचित किया।
गांव में छा गया मातम
होली के दिन हुई इस हृदय विदारक घटना की सूचना जैसे ही गांव में फैली तो वहां मातम छा गया। होली की खुशियां मृतकों के परिजनों के करुण रुद्रण में खो गई। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक के परिवार में अब दो लोग ही बचे है। मृतक संतोष का एक बेटा और बेटी ही है। अभिभावकों को अचानक हुई इस मौत के बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है।