पीलिया और टाइफाइड कर खतरा
इन दिनों पानी में बैक्टीरिया पनपने के चांसेज ज्यादा होते हैं, जिससे पीलिया और टाइफाइड जैसी बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। इस कारण शहरवासियों के बीच मानसून में स्पेशल केयर की जा रही है। बारिश के दिनों में प्रॉब्लम न हो, इसलिए लोग अब घरों में वाटर फिल्टर अनिवार्य रूप से लगवा रहे हैं।
लोगों के बीच दोगुनी हुई डिमांड
शहरवासी अपनी हेल्थ को लेकर कॉन्शियस हो गए हैं। इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ साल पहले तक 40 परसेंट लोग इनका उपयोग करते थे, वहीं अब 85 परसेंट तक लोगों के घरों में वॉटर फिल्टर देखा जा रहा है। इसके साथ ही बारिश के सीजन में वॉटर प्यूरीफायर्स की शॉप पर एडवांस टेक्नोलॉजी वाले फिल्टर्स की डिमांड सबसे ज्यादा बढ़ चुकी है।
बचे पानी का भी यूज
वॉटर फिल्टर के आउटलेट से निकलने वाले पानी का इस्तेमाल न केवल पानी बचाने, बल्कि उपयोग में आ रहा है। शिवाजी आहूजा बताती हैं कि वे घर में लगे फिल्टर से निकलने वाले पानी का गार्डन में उपयोग करती हैं।
फिल्टर में इन बातों का ध्यान
– पानी के टैंक की क्षमता
– लो इलेक्ट्रिसिटी यूसेज
– स्पेशल डबल वाटर प्यूरीफायर कैपेसिटी
– इजी टू स्टैण्ड
– कॉपर का यूज