होते हैं वायरल
कोरोना के प्रति शहर के लोगों के बीच इस तरह डर है कि वे जाने-अनजाने में हर तरह के मैसेज बिना सोचे-समझे ही फॉवर्ड कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें सिर्फ डॉक्टर्स पर भरोसा करते हुए यहां-वहां की बातों से दूरी बनानी ही होगी। उन्हें यह सोचना होगा कि अंधविश्वास की चैन की एक कड़ी को तोडऩे का काम यदि एक व्यक्ति द्वारा किया जाए तो यह आगे नहीं बढ़ पाता।
जागरूक करें
अप्रैल फूल तो आप हर साल ही मनाते हैं, लेकिन यह साल अप्रैल फूड बनाने का नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक करने का है। यह जागरूकता भी ऐसी कि लोगों का जीवन रक्षक का काम कर सके। ऐसे इस तरह के फर्जी मैेसेज को खुद के स्तर पर आंकने का काम करें, ताकि फर्जी मैेसेज दूसरों तक ना पहुंच सके।
गूगल नहीं सेलिब्रेट करेगा फूल डे
गूगल हर साल हर किसी खास मौके पर डूडल पर उस दिन को सेलिबे्रट करता है, लेकिन इस बार गूगल ने निर्णय लिया है कि वे इस बार इस दिन को सेलिब्रेट नहीं करेगा। इसी तरह पुलिस ने भी अप्रैल फूल के दिन झूठी बातों को फैलाने वाले के लिए भी सजा का प्रावधान बनाया गया है।
इस तरह के चल रहे फर्जी मैसेज
– मुफ्त लिंक का डाटा लोगों को भेजकर।
– ड्रायर से भाप लेने पर कोरोना के वायरस नाक में ही खत्म हो जाते हैं।
– अधिक कपूर जलाने से आसपास मौजूद कोरोना के कीटाणु खत्म हो जाते हैं।
– 14 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगा लॉकडाउन।
– लहसुन और अदरक खाने से मिलेगा असर।
– पालतू जानवरों से फैल रहा कोरोना।
– चाइनीज फूड खाने से कोरोना होगा।