रेलवे स्टेशन से चोरी हुआ था मासूम
नरसिंहपुर जिले के चीचली की रहने वाली सुमन विश्वकर्मा ने बताया कि वो अपने दो साल के मासूम बच्चे पवन के साथ एक जनवरी को खुद को दिखाने के लिए जबलपुर आई थी जहां उसने विक्टोरिया अस्पताल में खुद को दिखाया और रात को स्टेशन पर ही सो गई थी। दूसरे दिन सुबह जब उसकी नींद खुली तो बेटा उसके पास नहीं था । उसने बेटे को कई दिनों तक ढूंढने की कोशिश की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला जिसके बाद वो अपने घर लौट गई थी। उसने बेटे के गायब होने के बारे में किसी को नहीं बताया था। 18 जनवरी को उसके बड़े बेटे को पता चला कि दो साल का बच्चा जबलपुर में लावारिश हालत में फुटपाथ पर मिला है। जिसके बाद उसने डायल 100 पर सूचना दी और तब कहीं जाकर जबलपुर पुलिस से संपर्क कर मासूम से मां को मिलवाया गया। कानूनी प्रक्रिया के बाद मासूम को उसकी मां को सौंप दिया गया है।
17 जनवरी को फुटपाथ पर लावारिश मिला था मासूम
बता दें कि दो साल का मासूम बच्चा पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास फुटपाथ पर 17 जनवरी को लावारिस हालत में मिला था। बच्चा फ्रॉक पहने हुआ था इसलिए शुरुआत में लोग उसे लड़की समझ रहे थे लेकिन बाद में पता चला था कि वो लड़का है। बच्चे को कुछ कॉलेज छात्रों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मातृछाया में रखवाया था। तब ये भी पता चला था कि कोई रिक्शावाला उसे वहां छोड़कर गया है जिसके बारे में अभी तक पुलिस पता नहीं लगा पाई है। वहीं दूसरी तरफ आईजी ने मासूम को मां से मिलवाने में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया है।
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