पुलिस टीम ने आरके टावर के फ्लैट क्रमांक-203 और 204 में एक साथ छापा मारा। टीम वहां पहुंची, तो वहां डिजिटल इंडिया एक्सप्रेस लिखा हुआ था। ऑफिस में मनोज सनपाल और दीपक रजक मिले। पुलिस के अनुसार मनोज बुकी और सटोरिए सतीश सनपाल का भाई है। पुलिस टीम ने उनसे दो मोबाइल भी जब्त किए हैं।
पुलिस ने ऑफिस की अलमारियों को खोला तो उनमें 21 लाख 55 हजार 600 रुपए, विभिन्न प्रॉपर्टीज के दस्तावेज, ऋण पुस्तिकाएं और सात नोटपैड मिले। नोटपैड में सट्टे की रकम के लेनदेन का हिसाब-किताब था। पुलिस ने रकम, सील व अन्य चीजें जब्त कर कमरे को सील कर दिया।
पुलिस को जांच में पता चला कि सतीश ने अपने खास गुर्गे फूटाताल निवासी आजम खान के माध्यम से कई बुकियों को आइडी बांटी थी। बुकियों से रुपयों का लेनदेन, पैसों का कलेक्शन सतीश के इशारे पर आजम खान की ओर से रखे गए अमित शर्मा और विवेक पांडे करते थे।
पुलिस ने सतीश के भाई मनोज और दीपक रजक से अमित व विवेक पांडे के बारे में पूछताछ की, लेकिन उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी। गुरुवार रात छापामारी के बाद पुलिस ने आयकर विभाग को जानकारी देकर मौके पर बुलाया था। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि सतीश ने कई फर्मों के नाम से बैंकों में अकाउंट खुलवाए थे। सतीश का खास गुर्गा आजम ही प्रॉपर्टीज में रकम इन्वेस्ट करता था।