कर्नाटक जा रहा था बल
सूत्रों के अनुसार प्रतिदिन की तरह दानापुर-बैंगलुरू 12296 अप संघमित्रा एक्सप्रेस गुरुवार को मुख्य स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक-1 पर आयी। ट्रेन के ठहरते ही उसके जनरल कोच से एक के बाद एक आरपीएसएफ के जवान उतरना शुरू हो गए। इससे पहले कि अन्य यात्री कुछ समझ पाते इन जवानों ने वाशिंग एप्रॉन के पाइप खोलकर नहाने लगे। बताया जा रहा है कि ये सभी जवान विधानसभा चुनाव ड्यूटी पर कर्नाटक जा रहे आरपीएसएफ की कंपनी में शामिल थे।
2 कोच में कब्जा, हंगामा
आरपीएसएफ की कंपनी में शामिल जवानों ने संघमित्रा एक्सप्रेस के दो जनरल कोचों में कब्जा जमा लिया। इन कोच के दरवाजे पर आरपीएसएफ के जवान कब्जा करके बैठ गए। सामान्य यात्री जब इन जनरल कोच में चढऩे के लिए आएं तो जवानों ने उन्हें कोच में सवार होने नहीं दिया। धक्का-मुक्की और अभद्रता की। इससे टिकट लेकर ट्रेन आने का इंतजार कर रहे कइ यात्री ट्रेन आने के बाद उसमें सवार नहीं हो पाए।
हजारों लीटर पानी बर्बाद
संघमित्रा एक्सप्रेस सुबह साढ़े नौ बजे जबलपुर पहुंची, तो जवानों ने रेलवे ट्रैक को स्नानघर बना दिया। ट्रेन के रुकते ही जवान कोच से उतरकर पटरी की ओर नीचे उतर गए और वाशिंग एप्रॉन के पाइपों को खोलकर नहाने लगे। कपड़े उतारकर नहा रहे जवानों को रेल कर्मियों ने मना भी किया, लेकिन वे नहीं माने। इससे बड़ी मात्रा में पानी व्यर्थ भी बहता रहा। जवानों के नहाने के कारण टे्रन के कई कोचों में यहां पानी भी नहीं भरा जा सका। इससे यात्रियों को सफर में परेशानी से जूझना पड़ा।
देखते रहे जीआरपीएफ-आरपीएफ के जवान
आरपीएसएफ के जवान जब रेलवे स्टेशन में अराजकता फैला रहे थे, उस वक्क्त प्लेटफॉर्म में ड्यूटी पर जीआरपी और आरपीएफ कर्मी थी तैनात थे। लेकिन जीआरपी और आरपीएफ के कर्मी मूकदर्शक बन रहे। उन्होंने एक बार भी अनाधिकृत तरीके से वाशिंग एप्रॉन के पाइन खोलने वाले आरपीएसएफ के जवानों को ऐसा करने से नहीं रोका। इसके चलते ट्रेन का संचालन भी लेट हुआ। जवानों की मनमानी के कारण ट्रेन अपने निर्धारित समय से विलंब से रवाना हो सकी।