इस प्रोजेक्ट का नाम प्रोग्रामेबल एयर प्रोजेक्ट है। साधारण शब्दों में यह एक ऐसी डिवाइज है, जो कम्यूटर प्रोमागिंग के जरिए कमांड देकर एयर रीलिज करने का काम करती है। जैसा कमांड कम्यूटर प्रोग्रामिंग के जरिए दिया जाता है, उतनी मात्रा में ही यह उपकरण हवा छोड़ता है। इसके पहले अमिताभ रीचार्जेबल इलेक्ट्रिक स्केट बोर्ड बना चुके हैं, जो रियालटी शोज पर भी छाया रहा। इसके साथ ही उन्होंने जंगली हाथियो की ऊंचाई नापने के लिये इलेक्ट्रानिक डिवाइज और खेतों के भीतरी हिस्सो में फसलों का हाल जानने के लिए भी ड्रोन तैयार कर चुके हैं। बीएस के तुरंत बाद भारत सरकार से देश के सर्वोच्च 10 इनोवेटर्स के रूप अमिताभ को चुना गया। इसके उन्होंने वल्र्ड में पहली बार वियरेबल इलेक्ट्रॉनिक गेम सुपर सूट बनाया।
इस उपकरण का उपयोग एयर रोबोटिक्स में तरह तरह से किया जा रहा है। अमिताभ ने बताया कि वे इसका कोई पेटेंट नही करवाएंगे, क्योंकि वे कहते हैं कि ओपन सोर्स नॉलेज का ही नए अविष्कारों को बढ़ाता है। वे कहते हैं कि इस डिवाइस का यदि छोटे रूप में बनाया जाए, तो यह दिल को धड़काने का काम भी कर सकता है।
अमिताभ ने बताया कि स्कूल लाइफ से ही इनोवेशन काफी अट्रैक्टिव लगते थे। तभी से नेशनल टेलेंट सर्च व विज्ञान और तकनीकी विभाग द्वारा आयोजित किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना में चयन हुआ। इसके बाद आइआइटी में सलेक्शन के बाद बैंगलुरु से चार्टर्ड कोर्स किया। इजराइल में युवा वैज्ञानिको की 6वीं इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में आइआइएससी का प्रतिनिधित्व किया और आइएपीटी से फिजिक्स ओलम्पियाड में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। बोस्टन यूनिवर्सिटी से इंटर्नशिप करने के बाद न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया।
अमिताभ का प्रोग्रामेबल एयर प्रोजेक्ट क्राउड फंडिंग में न्यूजीलैंड, अमेरिका, यूके, जर्मनी, जापान, चीन आदि देशों के इनोवेटर्स द्वारा सराहा और अपनाया जा चुका है। वे विद्युत मंडल में मुख्य अभियंता इंजी विवेक रंजन श्रीवास्तव के बेटे हैं।