बता दें कि प्रदेश सरकार के आदेश पर सभी निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना से संबद्ध किया जाना है। इसके तहत सभी अस्पतालों को पंजीयन के लिए निर्देश जारी किए गए थे। लेकिन जबलपुर के मेडिसिटी अस्पताल, शिव सागर अस्पताल, आकांक्षा अस्पताल, ट्रू केयर अस्पताल, नर्मदा अस्पताल और शुभम अस्पताल प्रबंधन ने शासन स्तर से जारी दिशा निर्देशों के तहत पंजीयन कराने में हीलाहवाली की, या यूं कहें कि अस्पताल प्रबंधन ने दिशा निर्देशों के तहत पंजीयन नहीं कराया।
आरोप है कि अस्पतालों ने सरकार द्वारा निर्धारित रियायती दरों पर मरीजों का इलाज करने का निर्देश भी नहीं माना। इसका खामियाजा इन्हें भुगतना पड़ा सीएमएचओ ने इन्हें कोविड-19 अस्पतालों की सूची से अलग कर दिया है। सीएमएचओ ने आदेश जारी करते हुए कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार की अनुमति इन अस्पतालों के लिए निरस्त कर दी है।
जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल इन अस्पताल में भर्ती मरीजों को समुचित उपचार उपलब्ध कराते हुए डिस्चार्ज किया जाएगा, लेकिन कोरोना संक्रमित किसी नए मरीजों को भर्ती नहीं किया जा सकेगा।