वरिष्ठता के आधार पर दायित्व
एक नवंबर को मप्र हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हेमंत गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के पद की शपथ ली थी। इसके बाद जस्टिस सेठ को एक्टिंग चीफ जस्टिस बनाया गया था। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने वरिष्ठता के आधार पर उन्हें मप्र हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाए जाने की सिफारिश की थी। कॉलेजियम की सिफारिश और राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद कानून मंत्रालय ने 9 नवंबर को नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है।
एक नवंबर को मप्र हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हेमंत गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के पद की शपथ ली थी। इसके बाद जस्टिस सेठ को एक्टिंग चीफ जस्टिस बनाया गया था। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने वरिष्ठता के आधार पर उन्हें मप्र हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाए जाने की सिफारिश की थी। कॉलेजियम की सिफारिश और राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद कानून मंत्रालय ने 9 नवंबर को नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है।
1981 में शुरू की थी वकालत
जस्टिस एसके सेठ का जन्म 10 जून 1957 को हुआ था। उन्होंने वर्ष 1981 में मप्र हाईकोर्ट में वकालत शुरू की थी। जस्टिस सेठ मप्र हाईकोर्ट में अतिरिक्त महाधिवक्ता भी रहे। 21 मार्च 2003 को उन्हें मप्र हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 19 जनवरी 2004 को जस्टिस सेठ को स्थाई न्यायाधीश नियुक्त किया गया। आप 9 जून 2019 को सेवा निवृत्त होंगे।
जस्टिस एसके सेठ का जन्म 10 जून 1957 को हुआ था। उन्होंने वर्ष 1981 में मप्र हाईकोर्ट में वकालत शुरू की थी। जस्टिस सेठ मप्र हाईकोर्ट में अतिरिक्त महाधिवक्ता भी रहे। 21 मार्च 2003 को उन्हें मप्र हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 19 जनवरी 2004 को जस्टिस सेठ को स्थाई न्यायाधीश नियुक्त किया गया। आप 9 जून 2019 को सेवा निवृत्त होंगे।
साथियों में खुशी की लहर
जानकारों का कहना है कि जस्टिस एसके सेठ से जबलपुर का गहरा नाता है। आपने जबलपुर से ही वकालत शुरू की और अपनी काबीलियत के दम पर बड़ा मुकाम तय किया। उनके साथ वकालत करने वाले अधिवक्ता भी उनकी बुद्धिमत्ता एवं कार्य कुशलता के कायल हैं। साथी अधिवक्ताओं ने बताया कि सेठ बेहद गंभीर प्रवृत्ति और अनूठे व्यक्तित्व के धनी हैं। विधि के अलावा भी अन्य विषयों में उनकी अनूठी विशेषज्ञता है। न्याय जगत से जुड़ी और अच्छी किताबों के प्रति उनकी खास रुचि रही है। उनका सानिध्य निश्चित तौर पर उनके कार्यकाल वाले साथियों में उत्साह का संचार करेगा। सभी ने उनके भाव पूर्ण स्वागत की तैयारियां भी पूरी कर ली हैं।
जानकारों का कहना है कि जस्टिस एसके सेठ से जबलपुर का गहरा नाता है। आपने जबलपुर से ही वकालत शुरू की और अपनी काबीलियत के दम पर बड़ा मुकाम तय किया। उनके साथ वकालत करने वाले अधिवक्ता भी उनकी बुद्धिमत्ता एवं कार्य कुशलता के कायल हैं। साथी अधिवक्ताओं ने बताया कि सेठ बेहद गंभीर प्रवृत्ति और अनूठे व्यक्तित्व के धनी हैं। विधि के अलावा भी अन्य विषयों में उनकी अनूठी विशेषज्ञता है। न्याय जगत से जुड़ी और अच्छी किताबों के प्रति उनकी खास रुचि रही है। उनका सानिध्य निश्चित तौर पर उनके कार्यकाल वाले साथियों में उत्साह का संचार करेगा। सभी ने उनके भाव पूर्ण स्वागत की तैयारियां भी पूरी कर ली हैं।