स्लीपर कोच में हुई वारदात के शिकार यात्रियों की संख्या 10 से अधिक है। ट्रेन के एस 5 कोच में सवार लूट की शिकार यात्री 22 वर्षीय पूजा यादव ने बताया कि कोच की अधिकांश लाइटें बंद थीं और ट्रेन खड़ी थी। अचानक ही खिडक़ी की तरफ से किसी ने हाथ डालकर गले से चेन खींची। देखा तो चैन खींचने वाला एक युवक था। उसके पास दूसरा युवक भी खड़ा था। वह कुछ समझ पातीं, इसके पहले ही बदमाश चैन ले भागा। एस-5 के अलावा एस-3 कोच में महिला यात्री शोभा सुधाकर का हैंडबैग, एस-7 में जीपी गणेश का बैग, एस-5 में सुदर्शन बाजपेई का बैग बदमाशों ने पार कर दिया। इसके अलावा एस-4 में एक महिला की चैन खींचने का प्रयास किया लेकिन बदमाश सफल नहीं हो सके।
बदमाशों ने किया पथराव, यात्रियों से लूट
इसके अलावा अन्य यात्रियों के साथ भी वारदात हुई है। ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने बताया कि बदमाशों की संख्या करीब 15 थी जो ट्रेन के दोनों तरफ खड़े थे और खिड़कियों से ही यात्रियों को वारदात का शिकार बना रहे थे। अधिकांश वारदात इमरजेंसी विंडो से की गई है। जीआरपी थाना प्रभारी डीपी चढ़ार ने बताया कि यात्रियों की शिकायत पर अपराध पंजीबद्ध किया गया है। घटनास्थल पर एक टीम आरोपियों की पतासाजी करने को रवाना की गई है।
महिलाएं पत्थर लगने से घायल
ट्रेन में वारदात की भनक लगते ही यात्री जाग गए और शोर मचाना शुरू कर दिया। इस दौरान बदमाशों ने एस-10 कोच में पथराव किया, जिससे कोच में सवार महिला यात्री कलारानी व एस. कुमारी को चोटें आई हैं। एस. कुमारी के सिर में पत्थर लगा और सिर फट गया। दोनों घायल यात्रियों का इलाज रेलवे डॉक्टर द्वारा किया गया है।