मप्र ग्रामीण सडक़ विकास प्राधिकरण परियोजना क्रियान्वयन इकाई के प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत सडक़ निर्माण स्वीकृत किया गया था। सडक़ निर्माण का ठेका सतना के केला एंड केला कंस्ट्रक्शन ने लिया। मार्च 2014 में ठेकेदार ने सडक़ का निर्माण कार्य प्रारंभ किया। प्रथम चरण का काम पूरा करने के बाद दूसरे चरण में ठेकेदार ने गिट्टी डालने का काम शुरू किया। करीब चार साल में सडक़ तो बनकर तैयार हो गई, लेकिन विभाग के उपयंत्री ने सडक़ की गुणवत्ता की जांच नहीं की, जिसके चलते कुछ ही दिनों में सडक़ जगह-जगह से दरारें छोडऩे लगी।
सरपंच अनीता बाबूलाल पटेल, संजू उपाध्याय, बुद्धूलाल, मूलचंद पटेल और मनीष पटेल ने आरोप लगाया कि विभाग के उपयंत्री और सहायक यंत्री सडक़ निर्माण के दौरान काम की गुणवत्ता देखने नहीं आए, जिसके चलते ठेकेदार ने पूरा काम मनमाने तरीके से कर दिया।
खलरी से डुंडी सडक़ रोड में कई जगह रोड उखडऩे और दरारें आने की शिकायत मिली है। ठेकेदार पांच वर्षों तक सडक़ का रखरखाव और संधारण करेगा। ठेकेदार को सडक़ सुधार के निर्देश दिए गए हैं।
व्हीके श्रीवास्तव, महाप्रबंधक, प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना