फसलों को नुकसान नहीं
कृषि विस्तार अधिकारी रजनीश दुबे ने बताया कि मटर की फसल की बुवाई लगभग दस हजार हेक्टेयर में हो चुकी है। देर तक बरसात होने पर शुरुआती बुवाई वाले मटर को नुकसान पहुंचता। कम बारिश के कारण कई किसानों ने धान की पौध पर ट्रेक्टर चलाकर बाद में मसूर की बुवाई कर दी थी उसे भी नुकसान का खतरा था। इसी तरह से उड़द की फसल कटाई के लिए तैयार है उसे भी नुकसान पहुंचता। फिलहाल फसलों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है।
अब शुष्क रहेगा मौसम
मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। चौबीस घंटे में 041.8 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। 6 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर पश्चिमी हवा चली। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है की संभाग के जिलों में मौसम शुष्क रहेगा।
कृषि विस्तार अधिकारी रजनीश दुबे ने बताया कि मटर की फसल की बुवाई लगभग दस हजार हेक्टेयर में हो चुकी है। देर तक बरसात होने पर शुरुआती बुवाई वाले मटर को नुकसान पहुंचता। कम बारिश के कारण कई किसानों ने धान की पौध पर ट्रेक्टर चलाकर बाद में मसूर की बुवाई कर दी थी उसे भी नुकसान का खतरा था। इसी तरह से उड़द की फसल कटाई के लिए तैयार है उसे भी नुकसान पहुंचता। फिलहाल फसलों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है।
अब शुष्क रहेगा मौसम
मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। चौबीस घंटे में 041.8 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। 6 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर पश्चिमी हवा चली। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है की संभाग के जिलों में मौसम शुष्क रहेगा।