यहां हुई थी तेंदुए के शिकार की पुष्टि
छेवला की घटना के दौरान 480 मीटर की फेंसिंग में 46 स्थानों पर फंदे मिलने के बाद बड़े पैमाने पर शिकार होने की पुष्टि हुई थी। मामले की जांच डिप्टी रेंजर दशरथ सिंह ठाकुर को सौंपी गई है। इसकी रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण वन्य प्राणियों की सुरक्षा के सम्बंध में वन विभाग और सैन्य संस्थानों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक नहीं की जा रही है। जबकि, तेंदुए की मौत के तीन दिन बाद ही फंदा लगाने वाले जोसफ लाकड़ा को गिरफ्तार किया गया था। उसके बयान के आधार पर चार अन्य आरोपियों को नहीं पकड़ा जा सका।
छेवला की घटना के दौरान 480 मीटर की फेंसिंग में 46 स्थानों पर फंदे मिलने के बाद बड़े पैमाने पर शिकार होने की पुष्टि हुई थी। मामले की जांच डिप्टी रेंजर दशरथ सिंह ठाकुर को सौंपी गई है। इसकी रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण वन्य प्राणियों की सुरक्षा के सम्बंध में वन विभाग और सैन्य संस्थानों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक नहीं की जा रही है। जबकि, तेंदुए की मौत के तीन दिन बाद ही फंदा लगाने वाले जोसफ लाकड़ा को गिरफ्तार किया गया था। उसके बयान के आधार पर चार अन्य आरोपियों को नहीं पकड़ा जा सका।
सेना क्षेत्र में नहीं लगे हैं ट्रैप कैमरे
सैन्य क्षेत्र में शिकारियों के फंदे मिलने के बाद भी सेना क्षेत्र में ट्रैप कैमरे नहीं लगाए जा सके हैं। वन विभाग, सैन्य संस्थान और निजी भूमि के वनों में ट्रैप कैमरे लगाने के बाद भी तेंदुए का कुनबा पता लगाया जा सकेगा। क्षेत्र की पूरी जानकारी के बाद ही संरक्षण के ठोस प्रयास किए जा सकेंगे। शहर में ठाकुरताल पहाड़ी, राज्य वन अनुसंधान संस्थान एवं ट्रिपल आईटीडीएम में ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। ट्रैप कैमरे में एक, दो, चार, 10 व 12 फरवरी की सुबह तेंदुए की फोटो आई है।
सैन्य क्षेत्र में शिकारियों के फंदे मिलने के बाद भी सेना क्षेत्र में ट्रैप कैमरे नहीं लगाए जा सके हैं। वन विभाग, सैन्य संस्थान और निजी भूमि के वनों में ट्रैप कैमरे लगाने के बाद भी तेंदुए का कुनबा पता लगाया जा सकेगा। क्षेत्र की पूरी जानकारी के बाद ही संरक्षण के ठोस प्रयास किए जा सकेंगे। शहर में ठाकुरताल पहाड़ी, राज्य वन अनुसंधान संस्थान एवं ट्रिपल आईटीडीएम में ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। ट्रैप कैमरे में एक, दो, चार, 10 व 12 फरवरी की सुबह तेंदुए की फोटो आई है।
पहले भी हो चुकी है दो तेंदुए की मौत
गौर क्षेत्र के समीप वन क्षेत्र में फरवरी 2016 और अगस्त 2017 में तेंदुए की डेड बॉडी मिली थी। रहस्मय स्थिति में मौत के दोनों मामलों में वन विभाग ने जांच टीम गठित की गई, लेकिन खुलासा नहीं हो सका। सितम्बर 2018 में पाटन के जरौंद गांव में तेंदुए ने डिप्टी रेंजर गुलाब सिंह राजपूत की पीठ पर पंजा मारा था। पांच जनवरी 2020 को ठाकुरताल में ट्रैप कैमरे में तेंदुए की फोटो आई। नया गांव कॉलोनी के लोगों ने 19 दिसम्बर 2019 को टेलीस्कोप से तेंदुए की फोटो ली थी। ट्रिपल आइटीडीएम कैम्पस में अक्टूबर 2019 में फोटो ली गई थी। खमरिया मार्केट में सितम्बर 2019 में मच्छरदानी लगाकर सो रहे दुकानदार पर तेंदुए ने पंजा मारा था।
गौर क्षेत्र के समीप वन क्षेत्र में फरवरी 2016 और अगस्त 2017 में तेंदुए की डेड बॉडी मिली थी। रहस्मय स्थिति में मौत के दोनों मामलों में वन विभाग ने जांच टीम गठित की गई, लेकिन खुलासा नहीं हो सका। सितम्बर 2018 में पाटन के जरौंद गांव में तेंदुए ने डिप्टी रेंजर गुलाब सिंह राजपूत की पीठ पर पंजा मारा था। पांच जनवरी 2020 को ठाकुरताल में ट्रैप कैमरे में तेंदुए की फोटो आई। नया गांव कॉलोनी के लोगों ने 19 दिसम्बर 2019 को टेलीस्कोप से तेंदुए की फोटो ली थी। ट्रिपल आइटीडीएम कैम्पस में अक्टूबर 2019 में फोटो ली गई थी। खमरिया मार्केट में सितम्बर 2019 में मच्छरदानी लगाकर सो रहे दुकानदार पर तेंदुए ने पंजा मारा था।
शिकारियों के फंदे में तेंदुआ फंसने के मामले में जांच की जा रही है। उसके बाद सैन्य संस्थानों को रिपोर्ट भेजकर वार्ता की जाएगी। एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, अन्य आरोपी फरार हैं, उन्हें पकडऩे के लिए दबिश दी जा रही है।
एमएल बरकड़े, रेंजर जबलपुर
एमएल बरकड़े, रेंजर जबलपुर