ऐसे होता है खेल
मोबाइल पर ऐप लोड करने के बाद उसे ऑफ लाइन कर दिया जाता है। इस एेप के जरिए खिलाड़ी तैयार किए जाते हैं। खेल के पहले जीत-हार के लिए दावं तय कर लिए जाते हैं। खेल की शर्ते भी तय हो जाती है। इसके बाद खेल के अंत में जीत-हार होते ही चुकारे का लेना-देना होता है। खेल को बीच से छोडऩे वाला व्यक्ति हारा माना जाता है और वह अपने दावं का भुगतान अन्य लोगों को कर देता है।
मोबाइल पर ऐप लोड करने के बाद उसे ऑफ लाइन कर दिया जाता है। इस एेप के जरिए खिलाड़ी तैयार किए जाते हैं। खेल के पहले जीत-हार के लिए दावं तय कर लिए जाते हैं। खेल की शर्ते भी तय हो जाती है। इसके बाद खेल के अंत में जीत-हार होते ही चुकारे का लेना-देना होता है। खेल को बीच से छोडऩे वाला व्यक्ति हारा माना जाता है और वह अपने दावं का भुगतान अन्य लोगों को कर देता है।
लड़कियां भी पीछे नहीं
मोबाइल एेप के जरिए जुआ खेलने में अब लड़कियां भी पीछे नहीं है। मोबाइल पर छात्रा भी अन्य सहपाठियों के साथ जुआ खेल रही थी। ये सभी छात्र विवि के आगे चाय के नुक्कड़ पर सड़क के किनारे थे। इस दौरान अन्य छात्र तमाशबीन थे।
मोबाइल एेप के जरिए जुआ खेलने में अब लड़कियां भी पीछे नहीं है। मोबाइल पर छात्रा भी अन्य सहपाठियों के साथ जुआ खेल रही थी। ये सभी छात्र विवि के आगे चाय के नुक्कड़ पर सड़क के किनारे थे। इस दौरान अन्य छात्र तमाशबीन थे।
मदनमहल में पकड़े गए थे ऑटो चालक
हाल ही में ऑटो के भीतर बैठकर लूडो पर जुआ खेलने वाले ऑटो चालकों का मामला प्रकाश में आया था। पुलिस का मुखबिर सतत नजर जमाए हुआ था। खेल के अंत में चुकारा होते ही पुलिस के जवानों ने छापा मारा था। यह मामला दर्ज नहीं किया गया था बल्कि दस-बीस रुपए के जुए की वजह से पुलिस ने समझाइश देकर छोड़ दिया था।
हाल ही में ऑटो के भीतर बैठकर लूडो पर जुआ खेलने वाले ऑटो चालकों का मामला प्रकाश में आया था। पुलिस का मुखबिर सतत नजर जमाए हुआ था। खेल के अंत में चुकारा होते ही पुलिस के जवानों ने छापा मारा था। यह मामला दर्ज नहीं किया गया था बल्कि दस-बीस रुपए के जुए की वजह से पुलिस ने समझाइश देकर छोड़ दिया था।
छात्रों से बातचीत के अंश
क्यों, भाई क्या खेल चल रहा है?
टाइम पास हो रहा है।
अरे ये तो लूडो खेल रहे हो?
हां।
कितनी बोट (दावं) पर खेल रहे हो? अरे, कहां। हम तो एेसे ही खेल रहे हैं।
अरे क्या बात करते हो, ऐसा हो नहीं सकता है। टी पार्टी के लिए तो खेला ही जा रहा होगा?
आप तो समझते हो, जो जीतेगा वही पेमेंट कर देगा।
आप लोग रोज खेलते हो?
हम ही क्या। यहां तो और भी छात्र हैं, जो रोज खेल रहे हैं।
पुलिस नहीं पकड़ती है क्या?
पुलिस को पता चले तब ना।
क्यों, भाई क्या खेल चल रहा है?
टाइम पास हो रहा है।
अरे ये तो लूडो खेल रहे हो?
हां।
कितनी बोट (दावं) पर खेल रहे हो? अरे, कहां। हम तो एेसे ही खेल रहे हैं।
अरे क्या बात करते हो, ऐसा हो नहीं सकता है। टी पार्टी के लिए तो खेला ही जा रहा होगा?
आप तो समझते हो, जो जीतेगा वही पेमेंट कर देगा।
आप लोग रोज खेलते हो?
हम ही क्या। यहां तो और भी छात्र हैं, जो रोज खेल रहे हैं।
पुलिस नहीं पकड़ती है क्या?
पुलिस को पता चले तब ना।
मोबाइल पर जुआ खेलने के मामले जल्द सामने नहीं आ पाते हैं। इस खेल में चुकारा आखिर में होता है, जिससे यह पता नहीं चल पाता है कि जुआ खेला जा रहा है। हमारी टीम एेसी जगहों पर नजर रखे हुए है।
राजेश त्रिपाठी, एएसपी (सिटी)
राजेश त्रिपाठी, एएसपी (सिटी)