scriptवीडियो में देखें महाकाली का अद्भुत दरबार, एसी के बिना पसीने पसीने हो जाती है मूर्ति | mahakali video: mahakali ko kaise khush kare | Patrika News
जबलपुर

वीडियो में देखें महाकाली का अद्भुत दरबार, एसी के बिना पसीने पसीने हो जाती है मूर्ति

वीडियो में देखें महाकाली का अद्भुत दरबार, एसी के बिना पसीने पसीने हो जाती है मूर्ति

जबलपुरApr 08, 2019 / 11:36 am

Lalit kostha

वीडियो में देखें महाकाली का अद्भुत दरबार, एसी के बिना पसीने पसीने हो जाती है मूर्ति

वीडियो में देखें महाकाली का अद्भुत दरबार, एसी के बिना पसीने पसीने हो जाती है मूर्ति

जबलपुर. महाकाली मंदिर सदर में नवरात्र में भक्तों का तांता लगा है। मान्यता है कि कभी बंजारों की टोलियों द्वारा स्थापित प्रतिमा की साधना से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। स्थानीय एवं दूर दराज के श्रद्धालु यहां उपासना कर रहे हैं। भजन कीर्तन व विशेष अनुष्ठान हो रहे हैं।
मंदिर के पुजारी श्रीनाथ मिश्रा ने बताया, महाकाली मंदिर की प्रतिमा 500 वर्ष पहले स्थापित हुई थी। मंदिर के स्थान पर जब जंगल और तालाब था तो बंजारों की टोली यहां आती थीं। बंजारा समुदाय की एक बेटी ने प्रतिमा स्थापित की थी और वे साधना करते थे। महाकाली ने बेटी को स्वप्न दिया कि वे प्रतिमा को वहीं छोड़ दें, जहां स्थापित किया है। उसके बाद वे चले गए, बंजारों की पूज्य देवी की पूजा करने वालों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। भक्तों की आस्था बढ़ती गई और मढिय़ा ने भव्य मंदिर का स्वरूप ले लिया।

news facts-

बंजारों की पूज्य महाकाली की पूजा से पूरी होती हैं मनोकामनाएं
स्थापित है 500 वर्ष पुरानी प्रतिमा

पसीना निकला तो लगवा दिया एसी
भक्तों द्वारा माता को स्नान आदि करवाया जाता है, जब वे गीली हो जाती हैं, लेकिन कई साल पहले कुछ भक्तों की नजर पड़ी की माता को बिना स्नान कराए भी पसीना निकलता है। तो उन्होंने गर्भगृह में एसी लगवाने का विचार किया। ताकि माता को गर्मी न लगे। आज भी जब एसी बंद हो जाता है तो माता के चेहरे पर पानी की बूंदें देखी जा सकती हैं। ये माता महाकाली एसी वाली माता के नाम से भी प्रसिद्ध हो गई हैं। आस्थावान भक्तों ने भगवती के गर्भगृह में एयरकंडीशन लगवाया है। मंदिर में प्राचीन प्रतिमाएं व परिसर में सैकड़ों वर्ष पुराना पीपल का वृक्ष है।

हर दिन विशेष श्रृंगार
नवरात्र ही नहीं बल्कि अन्य दिनों में भी महाकाली का श्रृंगार, अभिषेक नित्य किया जाता है। रविवार को लाल, सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को नीला व शनिवार को काले रंग का श्रृंगार किया जाता है। मंदिर में 24 घंटे अखंड ज्योति जलती है।

विदेशी भक्तों ने कराया अनुष्ठान
पुजारी प्रवीण तिवारी ने बताया, नवरात्र में विदेश में रहने वाले भक्तों ने अनुष्ठान कराया है। उनके नाम व गोत्र के अनुसार शक्ति की आराधना की जा रही है। सात समंदर पार मौजूद भक्तों के अनुष्ठान वैदिक मंत्रोच्चार के बीच किए जा रहे हैं। नवरात्र में ऐसे भक्त गाजे-बाजे के साथ पहुंच रहे हैं, जिनकी मनोकामनाएं पूर्ण हो गई हैं।

Home / Jabalpur / वीडियो में देखें महाकाली का अद्भुत दरबार, एसी के बिना पसीने पसीने हो जाती है मूर्ति

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो