चित्रों के बाद छात्रों के मन में उठे सवालों का प्राध्यापकों ने समाधान किया। कब और कौन सा आंदोलन हुआ और उसमें महात्मा गांधी के योगदान के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्राध्यापकों ने बताया कि इस प्रदर्शनी का उद्देश्य है कि छात्र महात्मा गांधी के जीवन गाथा को देखकर जीवन को सफल बनाने प्रेरणा ले सकें। जूलॉजी की प्राध्यापक डॉ. सुनीता शर्मा ने बताया कि इस प्रदर्शनी से निश्चित ही स्टूडेंट्स को जीवन संवारने सीख मिल पाएगी।