scriptweather news today: वापसी के दौर में मानसून सक्रिय, पूरे माह भारी बारिश की चेतावनी | mandla madhya pradesh weather report in september 2019, | Patrika News
जबलपुर

weather news today: वापसी के दौर में मानसून सक्रिय, पूरे माह भारी बारिश की चेतावनी

आसमान पर बादलों का डेरा, कहीं-कहीं झमाझम बारिश, पूर्वी मप्र और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बना है चक्रवात का घेरा
 
 

जबलपुरSep 18, 2019 / 11:15 am

Lalit kostha

Chhattisgarh Weather News

बारिश को लेकर मौसम विभाग ने की बड़ी भविष्यवाणी, जानें अगले 24 घंटे में कैसा रहेगा मौसम

jabalpur weather news/ शहर में अभी मानसून सक्रिय है। मानसून की वापसी अभी शुरू नहीं हुई है। इस बार पूरे सितम्बर महीने में अच्छी बारिश की संभावना है। मानसून में लगातार नए सिस्टम बनते जा रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी मप्र के आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बने चक्रीय चक्रवात के प्रभाव से जबलपुर संभाग के अनेक स्थानों पर बारिश का अनुमान है।

जबलपुर में सामान्य तौर पर 15-20 सितम्बर तक मानसून की वापसी होती है। इस बार 15 सितम्बर तक राजस्थान से ही मानसून के वापस होने का दौर शुरू नहीं हुआ। जबलपुर में सीजन में 58 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। शहर की औसत बारिश 52 इंच है।

 

weather

शहर में मंगलवार सुबह से शाम तक आसमान पर बादलों का डेरा बना रहा। शहर के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। दोपहर में हल्की धूप निकली लेकिन मौसम नम बना रहा। सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक 9.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। सीजन की कुल बारिश 1490 मिमी दर्ज की गई। अधिकतम तापमान सामान्य के स्तर पर 30.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की आद्र्रता 90 और शाम की आद्र्रता 89 प्रतिशत रही। उत्तर पश्चिमी हवा की औसत रफ्तार एक किमी प्रतिघंटा रही। मौसम विभाग के वैज्ञानिक सहायक आरके दत्ता ने बताया, इस बार सितम्बर माह के अंत तक बारिश की संभावना है।

कैचमेंट क्षेत्र मंडला, डिंडौरी में हो रही झमाझम बारिश के बाद बरगी डैम का जल स्तर तेजी से बढऩे के कारण मंगलवार को डैम के खुले हुए पांचों गेट की ऊं चाई बढ़ा दी गई। रात 9.15 बजे डैम का जल स्तर अधिकतम जलभराव से .4 मीटर अधिक हो गया, जिसके बाद खुले हुए गेट की ऊं चाई बढ़ाई गई। डैम में पानी की आवक लगातार बढ़ रही है। डैम कं ट्रोल रूम के अधिकारियों ने बताया की पानी की आवक बढ़ती है तो डैम के कुछ और गेट खोले जा सकते हैं। कं ट्रोल रूम की टीम कैचमेंट क्षेत्र में हो रही बारिश व डैम में पानी की आवक पर लगातार नजर रख रहे हैं। जिससे आवश्यकता होने पर तत्काल डैम के कुछ और गेट खोलने या कम करने के संबंध में निर्णय लिया जा सके। नर्मदा के तटवर्ती क्षेत्रों के रहवासियों क ो अलर्ट किया गया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो