scriptइस नरपिशाच को कानून की सजा मिले या ना मिले, यहां के लोगों उसके जमीर पर तमाचा जड़ा है | Many applied for adoption of newborn girl found in a pile of garbage | Patrika News

इस नरपिशाच को कानून की सजा मिले या ना मिले, यहां के लोगों उसके जमीर पर तमाचा जड़ा है

locationजबलपुरPublished: Sep 22, 2020 09:07:17 pm

Submitted by:

shyam bihari

जबलपुर में कचरे के ढेर पर मिली नवजात बच्ची को गोद लेने के लिए बहुतों ने लगाया आवेदन
 

इस नरपिशाच को कानून की सजा मिले या ना मिले, यहां के लोगों उसके जमीर पर तमाचा जड़ा है

girl child

जबलपुर। वह नरपिशाच से कतई कम नहीं है, जिसने जबलपुर शहर में एक प्यारी सी नवजात को कचरे के ढेर पर फेंक दिया था। तभी तो उसकी इतनी हिम्मत पड़ गई कि दो दिन की बच्ची को मरने के लिए छोड़ गया। कानून तो शायद उसे सजा अभी नहीं दे पाए, लेकिन शहर के तमाम लोगों ने बच्ची को गोद लेने के लिए आगे आकर पत्थरदिल मां-बाप के गाल पर तमाचा मारा है। गोद लेने के लिए प्रयासरत लोगों ने साबित किया है कि लाडली-लक्ष्मी का समाज में देवी जैसा ही स्थान है। यह भी बताया है कि संस्कार जिंदा हैं। बच्ची की किलकारियां आगे जहां भी गूंजेंगी, वह घर हजार खुशियों का गवाह बनेगा। उसे गोद लेने वाले समाज के लिए आदर्श बनेंगे। इन लोग की कोशिश बच्ची की जान लेने की कोशिश करने वाले के जमीर पर करारा वार किया है। उसके लिए यही सजा होगी कि वह जीवन भर अपने किए पर पछताएगा जरूर।

जबलपुर शहर के अच्छे संस्कार उस समय छलक पड़े, कचरे के ढेर पर मिली नवजात बच्ची को गोद लेने के लिए होड़ लग गई है। अधारताल टीआई सहित एल्गिन में 25 से अधिक लोगों ने कॉल कर बच्ची को गोद लेने में दिलचस्पी दिखाई। इसमें भोपाल के प्रशासनिक अधिकारी से लेकर पुलिस अधिकारी और शहर के कई बड़े परिवार के लोग शामिल हैं। अधारताल थाना प्रभारी शैलेश मिश्रा ने बताया कि बच्ची को गोद लेने के लिए उनके पास 25 से अधिक लोगों के कॉल आए। बच्ची एल्गिन में उपचारत है और स्वस्थ है। गोद लेने की दिलचस्पी दिखाने वाले परिवारों को प्रक्रिया के तहत आवेदन करने के लिए कहा है। मासूम को कचरे में फेंकने वाले के अज्ञात खिलाफ धारा 317 आईपीसी का प्रकरण दर्ज किया गया है। आसपास के लोगों से पूछताछ कर बच्ची के अभिभावक के बारे में पता लगाया जा रहा है। अधारताल थानांतर्गत महाराजपुर सुभाष नगर में किसी ने नवजात बच्ची को कचरे के ढेर में फेंक दिया था। उसे बेहोशी हालत में एफआरवी के प्रधान आरक्षक दीपक और आरक्षक रामनरेश एल्गिन पहुंचाए। दोनों की तत्परता से बच्ची का समय रहते उपचार शुरू हो पाया। वह अब स्वस्थ हो गई है। एसपी ने दोनों पुलिस कर्मियों को 500-500 का इनाम दिया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो