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जबलपुर

नर्मदा समृद्धि कॉरिडोर के प्रोजेक्ट में मास्टर प्लान से फिर छेड़छाड़

नर्मदा समृद्धि कॉरिडोर के प्रोजेक्ट में मास्टर प्लान से फिर छेड़छाड़ शहर विकास के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स में रसूखदार करवाते रहे हैं मनमाना बदलाव
प्रोजेक्ट एक नजर-
-450 करोड़ के लगभग होंगे खर्च
-655 एकड़ शासकीय भूमि आएगी दायरे में
-610 एकड़ हरित क्षेत्र होगा विकसित
-300 मीटर में रहेगा हरित क्षेत्र
-20 मीटर चौड़ा रखा जाना है दर्शन पथ
-सीवरेज प्लांट भी बनना है
-यातायात होगा सुगम
जबलपुर. शहर विकास के लिए महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट नर्मदा समृद्धि कॉरिडोर में मास्टर प्लान से फिर छेड़छाड़

जबलपुरJan 07, 2020 / 11:59 am

Prabhakar Mishra

narmada
सूत्रों की मानें तो इसके पीछे प्रोजेक्ट के प्रस्तावित मार्ग के आसपास रसूखदारों की जमीन होना बड़ा कारण है। जिन्हें लाभ पहुंचाने के लिए कॉरिडोर की प्रस्तावित चौड़ाई घटाई जा रही है। माना जा रहा है कि इससे नर्मदा और पर्यावरण क ो बड़ा नुकसान पहुंचेगा। जानकार बताते हैं कि रसूखदारों के हित साधने के लिए पहले भी प्लान से छेड़छाड़ की गई है।
लिंक रोड को मदनमहल स्टेशन में किया खत्म-

गढ़ा ओवर ब्रिज से लिंक रोड रानीताल मार्ग की ओर मास्टर प्लान में प्रस्तावित रही लिंक रोड़ को मदनमहल रेलवे स्टेशन में ही खत्म कर दिया गया। सूत्र बताते हैं कि समीप रहने वाले कांग्रेस व भाजपा के दो नेताओं के हित साधने के लिए लिंक रोड को प्रस्तावित स्थान से पहले ही खत्म कर दिया गया।
आकार नहीं ले सके कोई प्रोजेक्ट-

नगर के सुनियोजित विकास के लिए अब तक तीन मास्टर प्लान बने। जिनमें एमआर-एसआर सड़कों के निर्माण से लेकर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने का प्रावधान किया गया। लेकिन ज्यादातर प्रोजेक्ट प्लान में ही सिमट कर रह गए। मास्टर प्लान पर अमल के लिए जिम्मेदार जिला प्रशासन, नगर निगम, जेडीए ने इन प्रोजेक्ट पर कोई काम ही नहीं किया। यहां तक की कई प्रोजेक्ट की जमीनों पर गगनचुंबी ऑलीशॉन अट्टालिका तन गईं। जानकारों के अनुसार समय-समय पर मास्टर प्लान का रिव्यू किया जाना चाहिए, जिससे नगर का तेजी से विकास हो, लेकिन ऐसा होता ही नहीं है। वर्जन-
मास्टर प्लान भविष्य की आवश्यकता के मद्देनजर तैयार किया जाता है। जिसमें दूरदर्शिता होती है। चार दशक पुराने नर्मदा समृद्धि कॉरिडोर के प्रोजेक्ट में मनमाने तरीके से बदलाव किया जाता है, तो नर्मदा व पर्यावरण को बड़ा नुकसान पहुंचेगा। इंजी.संजय वर्मा, टाउन प्लानर

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