न्यायालय में एक प्रकरण में नकल निकलवाने गोसलपुर के यूनिस खान तहसील कार्यालय स्थित प्रतीक्षालय में सेंटर का ताला खुलने का इंतजार करते रहे। जौली गांव के विनोद सिंह ठाकुर, खिरहनी खुर्द के शिव कुमार, भंडरा से आए लोटन सिंह खेत में बोर की क्षमता बढ़वाने नकल निकालवाने पहुंचे थे, लेकिन रिकार्ड रूम में ताला लटका रहा। कई आवदेक तो आईटी सेंटर में ताला लटका देखकर वापस लौट गए। आखिरकार परेशान आवेदकों ने ताला बंद होने की शिकायत अधिकारियों को दी। देर शाम अवकाश पर गए कर्मचारी के स्थान पर दूसरे को भेजा गया, तब कहीं जाकर नकल मिल पाई।
इसलिए जरूरी है इ-नकल
ग्रामीण क्षेत्रों में कटाई का काम खत्म हो गया है। ऐसे में नए पम्प कनेक्शन, बोरिंग, सीमांकन, बंटवारा सहित दूसरे न्यायालीन प्रकरणों में साक्ष्य के रूप में वर्तमान वर्ष की खसरा और नकल लगाना जरूरी है। ऐसे में आवेदक आइटी सेंटर में तत्काल नकल के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन लोक सेवा केंद्रों में वर्तमान वर्ष की नकल उपलब्ध नहीं होती।
खास-खास
-लोक सेवा केंद्र में वर्तमान वर्ष की नहीं मिलती नकल-खसरा
-आईटी सेंटर में सुबह ११ से एक बजे तक लिए जाते हैं आवेदन
-दोपहर ३ बजे के बाद वर्तमान वर्ष की नकल-खसरा दिए जाते हैं
-कर्मचारी के अवकाश पर जाने से मॉडर्न रिकार्ड रूम लटका ताला
मॉडर्न रिकार्ड (राजस्व) आईटी सेंटर का कर्मचारी अवकाश गया है। सेंटर में नकल-खसरा का आवेदन और नकल देने के लिए एक कर्मचारी को लगाया गया था। स्टाफ की कमी के चलते कुछ परेशानी आ रही है।
नीता कोरी, तहसीलदार, सिहोरा