जबलपुर पूर्व के तीन बूथों में कांग्रेस को सबसे ज्यादा मत मिले, लेकिन जीती भाजपा जिले में भाजपा को सबसे ज्यादा मत जिन पांच बूथों में मिले थे, उनमें सर्वाधिक बरगी विधानसभा के तीन बूथ हैं। इनमें बूथ क्रमांक-18 से 1072, बूथ क्रमांक-19 से 999 व बूथ क्रमांक-13 से 897 मत मिले थे। ये बूथ बेलखेड़ा के बरमान, कूड़ा और इमलिया में हैं। इन तीनों बूथों पर भाजपा का दबदबा रहा है। यहां मतदाता खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर नहीं होने के कारण लोग निराश हैं। यहां 10वीं तक स्कूल है। 14 गांवों की छात्राएं यहां पढऩे आती हैं, पर शिक्षक नहीं हैं। वहीं नर्मदा किनारे बसे सालीवाड़ा गांव में रेत के अवैध परिवहन के कारण होने वाले विवाद से लोग परेशान हैं। यहां भारी वाहनों से सडक़ें उखड़ गई हैं। किसानों को कृषि उपज का भुगतान नहीं हुआ। जनता के अनुसार पक्ष व विपक्ष दोनों ही दलों के लोग केवल आश्वासन दे रहे हैं।
सुविधाएं नहीं बढ़ी- बरगी विधानसभा के कमल सिंह का कहना है, शिक्षा की बेहतर व्यवस्था नहीं हो सकी। गृहिणी माया बाई के अनुसार क्षेत्र में रोजगार के साधन नहीं हैं। कैलाश चढ़ार का कहना है, रेत के अवैध खनन पर रोक नहीं लगरही है।
केंट विधानसभा- जिले की आठ विधानसभा में से केंट विधानसभा के बूथ क्रमांक-64 बजरंग नगर रांझी और बूथ क्रमांक-14 कंचनपुर क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी को सर्वाधिक क्रमश: 822 व 818 वोट मिले। यहां के मतदाताओं का कहना है, पेयजल का संकट और जल भराव की समस्या है।
2008 में भी भाजपा इन बूथों पर रही आगे
2008 के विधानसभा चुनावों में भी भाजपा बरगी और केंट विधानसभा के पांच प्रमुख बूथों में कांग्रेस से आगे रही। वर्ष 2013 में भी ज्यादा मत मिले। भाजपा को बरगी के बूथ क्रमांक 18, 19 और 13 में क्रमश: 757, 681, 495 मत मिले थे। केंट में भी 2008 में भाजपा उम्मीदवार रहे स्व. ईश्वरदास रोहाणी को भी बूथ क्रमांक-14 में 363 व 264 मत मिले थे। भाजपा के नगर अध्यक्ष,जीएस ठाकुर बताते हैं कि बूथों की चार श्रेणी बनाई हैं। हर बूथ में पालक बनाए गए हैं, जो दूसरे क्षेत्रों से हैं। बूथवार मुद्दों का चयन किया गया है। ऐसी समस्याएं जिन्हें दूर करना संभव है, उनके निराकरण का प्रयास कर रहे हैं। इस कार्य मेंं क्षेत्र के प्रमुख लोगों की मदद ले रहे हैं।
सुविधाएं नहीं बढ़ी- बरगी विधानसभा के कमल सिंह का कहना है, शिक्षा की बेहतर व्यवस्था नहीं हो सकी। गृहिणी माया बाई के अनुसार क्षेत्र में रोजगार के साधन नहीं हैं। कैलाश चढ़ार का कहना है, रेत के अवैध खनन पर रोक नहीं लगरही है।
केंट विधानसभा- जिले की आठ विधानसभा में से केंट विधानसभा के बूथ क्रमांक-64 बजरंग नगर रांझी और बूथ क्रमांक-14 कंचनपुर क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी को सर्वाधिक क्रमश: 822 व 818 वोट मिले। यहां के मतदाताओं का कहना है, पेयजल का संकट और जल भराव की समस्या है।
2008 में भी भाजपा इन बूथों पर रही आगे
2008 के विधानसभा चुनावों में भी भाजपा बरगी और केंट विधानसभा के पांच प्रमुख बूथों में कांग्रेस से आगे रही। वर्ष 2013 में भी ज्यादा मत मिले। भाजपा को बरगी के बूथ क्रमांक 18, 19 और 13 में क्रमश: 757, 681, 495 मत मिले थे। केंट में भी 2008 में भाजपा उम्मीदवार रहे स्व. ईश्वरदास रोहाणी को भी बूथ क्रमांक-14 में 363 व 264 मत मिले थे। भाजपा के नगर अध्यक्ष,जीएस ठाकुर बताते हैं कि बूथों की चार श्रेणी बनाई हैं। हर बूथ में पालक बनाए गए हैं, जो दूसरे क्षेत्रों से हैं। बूथवार मुद्दों का चयन किया गया है। ऐसी समस्याएं जिन्हें दूर करना संभव है, उनके निराकरण का प्रयास कर रहे हैं। इस कार्य मेंं क्षेत्र के प्रमुख लोगों की मदद ले रहे हैं।