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जबलपुर

मप्र पुलिस ऐसे कम करेगी पेंडिंग मामले, खात्मा लगाने की तैयारी

मप्र पुलिस ऐसे कम करेगी पेंडिंग मामले, खात्मा लगाने की तैयारी
 

जबलपुरDec 09, 2021 / 12:31 pm

Lalit kostha

MP POLICE

MP POLICE

जबलपुर। साल का आखिरी महीना शुरू हो गया है। पुलिस लम्बित मामलों में चालान पेश करने की कवायद में जुट गई है। उन मामलों में खात्मा लगाने की कार्यवाही भी की जा रही है, जिनमें या तो पुलिस के पास साक्ष्यों का अभाव है या आरोपी नहीं मिले। यही कारण है कि छोटी शिकायतों में फिलहाल तत्काल एफआइआर लेने से थानों में परहेज किया जा रहा है, जिससे साल के अंत में लंबित मामलों की संख्या को कम किया जा सके।

70 मामले दर्ज हुए लूट के इस साल
600 मामले गृहभेदन के आए सामने
400 प्रकरण दर्ज हुए चोरी के
500 मामले वाहन चोरी के दर्ज हुए
40 प्रतिशत मामले सम्पत्ति संबंधी अपराध के
40त्न सम्पत्ति संबंधी अपराध

 

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रिटायर्ड सीएसपी अखिल वर्मा के अनुसार पुलिस जिन मामलों में खात्मा लगाती है, उनमें 40-60 प्रतिशत सम्पत्ति सम्बंधी अपराध होते हैं। इनमें वाहन चोरी, गृह भेदन और नकबजनी के मामले भी शामिल होते हैं। पुलिस इन मामलों के आरोपियों को पकडऩे की सारी कवायद पूरी कर चुकी होती है, तब इन मामलो में खात्मा लगाया जाता है। ऑनलाइन ठगी के कुछ मामलों में साक्ष्य नहीं मिलने पर उनमें भी खात्मा लगा दिया जाता है।

चालान भी किया जा रहा पेश
थानों के पास एफआइआर और उसकी जांच के अलावा भी कई और काम होते हैं। इसलिए विवेचना अधिकारी कई मामलों में चालान पेश नहीं कर पाते। यही कारण है कि दिसंबर में अधिक से अधिक लम्बित मामलों में चालान पेश किया जाता है। जिससे, एफआइआर दर्ज होने के बाद जांच और चालान का आंकड़ा समानांतर पहुंच जाए।

साक्ष्य मिलने पर खुलती है फाइल
थानों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर किसी भी मामले में खात्मा लगाया जाता है। लेकिन, उक्त मामलों में कोई साक्ष्य या आरोपी पुलिस के हाथ लग जाए तो उस फाइल को दोबारा खोला जा सकता है।

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