वर्तमान में यहां हैं प्लांट : उत्तर प्रदेश के हापुड, गुजरात के सांणव, मध्य प्रदेश के मंडीदीप सहित सात अन्य जिले ।
देशभर में पानी की मांग
– 20 लाख बोतल पानी की प्रतिदिन मांग है देशभर में
– 11 लाख बोतल है रेल नीर की प्रतिदिन उपलब्धता
– 10 प्लांट हैं आईआरसीटीसी के वर्तमान में
– 09 प्लांट और बढ़ाए जा रहे हैं
– 15 रुपए होगी एक बोतल पानी की कीमत
रेल नीर होगा नाम
आईआरसीटीसी की ओर से वर्तमान में प्लेटफॉर्म और ट्रेनों में रेल नीर नाम से पानी का विक्रय किया जा रहा है। इसलिए जबलपुर में लगने वाले प्लांट में बनने वाली बोतलबंद पानी का नाम भी रेल नीर होगा। हालांकि इसमें यह उल्लेखित करना होगा कि पानी कब और कहां पैक किया गया है। बोतल पर एक्सपायरी डेट का भी उल्लेख करना होगा।
शहर के लोगों को मिलेगा रोजगार
जानकारी के अनुसा प्लांट में मशीनों का इंस्टॉलेशन हो गया है। यहां क्वालिटी कंट्रोल और डाटा विभाग में आईआरसीटीसी के अधिकारी-कर्मचारी होंगे। जबकि प्रोडक्शन सहित अन्य कार्यों के लिए आउटसोर्स पर कर्मचारियों को रखा जाएगा।
ये उपकरण लगेंगे
सेंड फिल्टर
स्टील से बने टैंक
रिजर्व ओसमोसिस प्लांट
एल्युमीनियम ट्रीटमैंट टैंक
कार्बन फिल्टर
अल्ट्रा वॉयलेट डिफिसिएंसी सिस्टम
ओजोन जनरेटर
चार अलग-अलग वाटर टैंक
वाटर लेवल मापने वाले मीटर
सिंक वेपिंग मशीन
प्लास्टिक पाइप लाइन
ऑटोमैटिक राइसिंग फिलिंग एंड कैप्चरिंग मशीन
क्वालिटी टेस्टिंग लैब
नवंबर तक हो सकता है शुरू
आईआरसीटीसी के अधिकारियों की मानें तो प्लांट का काम अंतिम चरण में है। शेष काम अक्टूबर तक पूरे हो सकते हैं। नवम्बर से पानी की बॉटलिंग शुरू हो सकती है।
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
– मनेरी में पीपीपी मॉडल के तहत हो रहा प्लांट का निर्माण
– 14,561 वर्ग मीटर में बनेगा प्लांट
– 4000 लीटर है प्लांट की क्षमता
– 01 लाख लीटर बोतलबंद पानी का प्रतिदिन होगा उत्पादन
– 350 लोगों को मिलेगा रोजगार
– जबलपुर से मानिकपुर तक होगी पानी की सप्लाई
वर्जन
लाइसेंस मिलना बाकी है। सभी टेस्ट पॉजीटिव आए हैं। रेल नीर प्लांट को जल्द से जल्द शुरू करने की कोशिश की जा रही है। नवंबर में पानी का उत्पादन शुरू हो सकता है।
एसएच सियाराम, जीजीएम, रेल नीर, आईआरसीटीसी
देशभर में पानी की मांग
– 20 लाख बोतल पानी की प्रतिदिन मांग है देशभर में
– 11 लाख बोतल है रेल नीर की प्रतिदिन उपलब्धता
– 10 प्लांट हैं आईआरसीटीसी के वर्तमान में
– 09 प्लांट और बढ़ाए जा रहे हैं
– 15 रुपए होगी एक बोतल पानी की कीमत
रेल नीर होगा नाम
आईआरसीटीसी की ओर से वर्तमान में प्लेटफॉर्म और ट्रेनों में रेल नीर नाम से पानी का विक्रय किया जा रहा है। इसलिए जबलपुर में लगने वाले प्लांट में बनने वाली बोतलबंद पानी का नाम भी रेल नीर होगा। हालांकि इसमें यह उल्लेखित करना होगा कि पानी कब और कहां पैक किया गया है। बोतल पर एक्सपायरी डेट का भी उल्लेख करना होगा।
शहर के लोगों को मिलेगा रोजगार
जानकारी के अनुसा प्लांट में मशीनों का इंस्टॉलेशन हो गया है। यहां क्वालिटी कंट्रोल और डाटा विभाग में आईआरसीटीसी के अधिकारी-कर्मचारी होंगे। जबकि प्रोडक्शन सहित अन्य कार्यों के लिए आउटसोर्स पर कर्मचारियों को रखा जाएगा।
ये उपकरण लगेंगे
सेंड फिल्टर
स्टील से बने टैंक
रिजर्व ओसमोसिस प्लांट
एल्युमीनियम ट्रीटमैंट टैंक
कार्बन फिल्टर
अल्ट्रा वॉयलेट डिफिसिएंसी सिस्टम
ओजोन जनरेटर
चार अलग-अलग वाटर टैंक
वाटर लेवल मापने वाले मीटर
सिंक वेपिंग मशीन
प्लास्टिक पाइप लाइन
ऑटोमैटिक राइसिंग फिलिंग एंड कैप्चरिंग मशीन
क्वालिटी टेस्टिंग लैब
नवंबर तक हो सकता है शुरू
आईआरसीटीसी के अधिकारियों की मानें तो प्लांट का काम अंतिम चरण में है। शेष काम अक्टूबर तक पूरे हो सकते हैं। नवम्बर से पानी की बॉटलिंग शुरू हो सकती है।
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
– मनेरी में पीपीपी मॉडल के तहत हो रहा प्लांट का निर्माण
– 14,561 वर्ग मीटर में बनेगा प्लांट
– 4000 लीटर है प्लांट की क्षमता
– 01 लाख लीटर बोतलबंद पानी का प्रतिदिन होगा उत्पादन
– 350 लोगों को मिलेगा रोजगार
– जबलपुर से मानिकपुर तक होगी पानी की सप्लाई
वर्जन
लाइसेंस मिलना बाकी है। सभी टेस्ट पॉजीटिव आए हैं। रेल नीर प्लांट को जल्द से जल्द शुरू करने की कोशिश की जा रही है। नवंबर में पानी का उत्पादन शुरू हो सकता है।
एसएच सियाराम, जीजीएम, रेल नीर, आईआरसीटीसी