जबलपुर से कोटा तक फैला है नेटवर्क, कोट पहुंची अधारताल की टीम की जांच में मामला आया सामने
जबलपुर•May 30, 2019 / 11:26 am•
santosh singh
human trafficking
जबलपुर। राजस्थान में शादी के नाम पर बेची गयी जबलपुर की लड़कियों के प्रकरण में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। चार आरोपियों को रिमांड पर लेकर कोटा गयी टीम की छानबीन में इस रैकेट के अन्य चेहरे भी उजागर हुए हैं। पूछताछ और वहां ब्याही गयी युवतियों के बयान के आधार पर पता चला है कि इस रैकेट में शहर के 10 अन्य लोग भी शामिल हैं। वहां की टीम ने ये इनपुट यहां के अधिकारियों को दी है।
कई युवतियों ने बयान में बताया रजामंदी के विपरीत हुई शादी
सूत्रों के मुताबिक सबसे अधिक युवतियां राजस्थान के कोटा में बेची गयी हैं। बुधवार को टीम वहां पहुंची और चार युवतियों से सम्पर्क साधा। इसमें से कई युवतियों ने बताया कि उन्हें उनकी रजामंदी के विपरीत यहां ब्याहा गया है। इसके एवज में परिवार के लोगों ने पैसे देने की बात भी स्वीकार की है। इनमें से कई युवतियों के बच्चे हो चुके हैं और अब वे वहीं रहना चाहती हैं। वहीं कुछ नाबालिग के प्रकरण में पुलिस दस्तयाबी की कवायद में जुटी है। इसके लिए स्थानीय पुलिस से भी मदद मांगी गयी है।
कई घरों में बंद मिले ताले
जबलपुर पुलिस के पहुंचने से पहले कई परिवार को इसकी भनक मिल चुकी थी। टीम को चार संदेहियों के घरों में ताला मिला। बताया जाता है कि पड़ोसियों से भी उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पायी है। टीम ने पूरा ब्यौरा स्थानीय थाने को उपलब्ध कराते हुए गिरफ्तारी में सहयोग मांगा है।
ये है मामला-
अधारताल निवासी 19 वर्षीय युवती के खुलासे से इस मानव तस्करी गैंग का भंडाफोड़ हुआ। युवती को कंचनपुर निवासी सुनीता यादव ने बेटे निखिल, उसकी सहेली शैंकी के माध्यम से पहले जाल में फंसाया। फिर बेटे निखिल से दोस्ती कराकर उसकी अश्लील वीडियो बनाया। फिर ब्लैकमेल करते हुए कोटा में दो लाख में बेच दिया था। इस प्रकरण की जांच में अब तक 30 से अधिक युवतियों व नाबालिगों की राजस्थान के अलग-अलग जिलों में शादी कराने की बात सामने आयी है। अधारताल थाने की एक टीम सुनीता, राहुल, शैंकी व आनंद साहू को आठ दिन की रिमांड पर लेकर कोटा गयी हुई है।
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