सडक़ से लेकर बिजली तक
औद्योगिक घरानों अथवा निवेशको के सामने अक्सर यह समस्या होती है कि संबंधित स्थल में पानी, सडक़ और बिजली नहीं है। जिससे उद्योग आने से बिचकते हैं। लेकिन एकेवीएन यहां एेसा नहीं होगा। तमाम व्यवस्थाओं के बाद अब इसे रेडी टू पजेशन की तैयारी कर रहा है। उद्योग लगाने के लिए १७ हजार वर्ग मीटर से लेकर ११२५ वर्ग मीटर तक जगह उपलब्ध होगी। आठ साल पहले खत्म हो गई जमीनजानकारो के अनुसार वर्ष 2010-2011में डुंगरिया क्षेत्र में 60 हैक्टेयर भूमि तैयार की गई थी जो कि पूरी तरह भर चुकी थी। औद्योग लगाने के लिए निवेशक परेशान थे। एेसे में नई भूमि तैयार कर डिवल्प करने में विभाग को करीब दो साल लग गए। मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के बाद इसमें करीब 86 यूनिटों को जगह मिलेगी।
फस्र्ट कम फस्र्ट सर्व पॉलिसी
विभाग ने फस्र्ट कम फस्र्ट सर्व पॉलिसी तैयार की गई है। इसके तहत ही औद्योग लगाने के लिए जगह आवंटित की जाएगी। अर्थात जो निवेशक पहले उत्साह दिखाएंगे उन्हें पहले जगह आवंटित की जाएगी। विभाग डिव्लपमेंट फीस के रूप में 636 रुपए वर्गमीटर जबकि प्रीमियम सौ रपए प्रति वर्गमीटर चुकाना होगा।
वर्जन
उद्योग लगाने के लिए जगह न होना सबसे बड़ी समस्या था। नई औद्योगिक भूमि तैयार कर ली गई है। शासन ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। निश्चित ही इससे शहर में नए उद्योग अब आ सकेंगें। भूमि आवंटन की प्रक्रिया विभाग जल्द करने जा रहा है।
-सीएस धुर्वे, संचालक एकेवीएन
फैक्ट फाइल
-63.05 हैक्टयर भूमि उपलब्ध
-2 साल में तैयार हुई नई जगह
-86 से अधिक औद्योगिक इकाईंयों के लिए जगह
-17 हजार वर्ग मीटर तक यूनिट
-24 घंटे बिजली पानी उपलब्ध