जबलपुर. आज की जीवन शैली ऐसी हो गई है कि हर कोई किसी न किसी प्रकार की शारिरिक समस्याओं से जूझ रहा है। इसके लिए वह तरह तरह के जतन करता है। जब कोई रास्ता नहीं निकलता तो उसे एक ही सलाह दी जाती है कि डाइटिंग शुरू कर दो, आधी से ज्यादा समस्याएं खत्म हो जाएंगी, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। एक्सपर्ट्स की मानें तो संतुलित आहार, संयमित दिनचर्या और योगा आदि नियमित करने हेल्दी लाइफ जी सकते हैं। इसके लिए खाना-पीना छोड़ने की आवश्यकता नहीं है। इसी को ध्यान में राते हुए हर साल 6 मई को इंटरनेशनल नो डाइट डे मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य खानपान के नियमों को तोडकर लाइफ को एंजॉय करने और बॉडी की टेंशन को छोडकर खुलकर जीने की प्रेरणा देना है।
संतुलित आहार में नहीं डाइटिंग की जरूरत डाइटीशियन के अनुसार खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से लोगों के बीच मोटापे की समस्या काफी बढ़ रही है।इसे शरीर में होने वाली बीमारियों की जड़ माना जाता है। ऐसे में मोटापा घटाने के लिए अक्सर लोग डाइटिंग शुरू कर देते हैं और फिर उसके आदी हो जाते हैं। जिसके चलते वे अपनी लाइफ को एंजॉय करना ही भूल जाते हैं। खाने पीने की इच्छाओं को दबाने लगते हैं। जबकि ऐसा करने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है।
कम खाने से होती हैं गंभीर बीमारियां कम खाने से होती हैं बीमारियां डॉक्टर्स की मानें तो हर एक की अपनी खाने की जरूरत होती है। यदि वह अपनी क्षमता से अधिक खा रहा है तो समस्या मोटापे से शुरू होकर, बीपी, शुगर, हार्ट आदि तक पहुंच जाती है। वहीं दुबला पतला दिखने के चक्कर में कम खाने वालों को भी गंभीर बीमारियां होने लगती हैं। कम खाने से हड्डियां कमजोर होती हैं। एनर्जी लेबल डाउन हो जाता है। काम करने की क्षमता प्रभावित होती है। समय से पहले बुजुर्गों वाली बीमारियां होने का अंदेशा बना रहता है। इसके अलावा आंखों की रोशनी भी कम होने लगती है। इसलिए डाइट करें, लेकिन खाना खाना न छोड़ें।
Hindi News/ Jabalpur / No dieting: हेल्दी रहने डाइटिंग करें, खाना न छोड़ें, संतुलित आहार जरूरी