नक्षत्र- तीक्ष्ण दारूक संज्ञक नक्षत्र मूल रात्रि 1.50 तक उपरांत पूर्वाषाढ़ नक्षत्र रहेगा। मूल नक्षत्र में क्रय विक्रय, पौधरोपण वाहन क्रय विक्रय, व्यापार आरंभ, नवीन व्यापार आरंभ जैसे कार्य शुभ माने जाते हंै, परंतु चातुर्मास में देव शयन के कारण मांगलिक तथा शुभ कार्य निशिद्ध रहते हैं, समय शुद्धि होने पर मंगलकारी कार्य सुखद रहते हंै।
शुभ मुहूर्त – आज पूर्णा तिथि के दिन पत्र लेखन कर्जनिपटारा, मित्र मिलन, सुखद कार्य, औषधि सेवन, जैसे कार्य मंगलकारी माने जाते हैं। जन हितैषी कार्य हेतु आज का दिन शुभ हैं।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज प्रात: 7.30 से 10.30 लाभ तथा अमृत दोपहर 12.00 से 1.30 शुभ तथा रात्रि 9.00 से 10.30 बजे तक लाभ की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज : शुक्र नंदा सिद्ध योग के साथ पांडव पंचमी, ज्ञान पंचमी, का व्रत व्रतोत्तसव पर्व रहेगा।
चन्द्रमा : दिवस रात्रि पर्यंत तक गुरु प्रधान राशि धनु राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के तुला राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं। सूर्य का स्वाति नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पश्चिम दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास पूर्व दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: दोपहर 10.30.00 बजे से 12.00.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर या,यू,भा,भी अक्षर से आरंभ कर सकते हैं, मूल नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि धनु तथा राशि स्वामी गुरु होते हंै। धनु राशि में जन्मे जातकों का स्वभाव प्राय: विनम्र, कार्यकुशल, कुशल वक्ता, शिल्पकार, स्वतंंत्र व्यवसाय के विशेष रुचि रखने वाले, उदारवादी, चंचल तथा अधिक मित्र वाले होते हैं। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता तथा उन्नति मिलती है।