-5 एकड या उससे अधिक भूमि न हो
-1200 वर्गफीट से अधिक का मकान निगम क्षेत्र में न हो
-1800 वर्गफीट से ज्यादा नगर परिषद में मकान, फ्लेट न हो
जबलपुर।
जिले के कॉलेजों में सीमित सीटें होने के चलते प्रवेश पाने से छात्र अब वंचित नहीं रहेंगे। बल्कि उन्हें प्रवेश के लिए ज्यादा अवसर मिल सकेगा। दरअसल उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कॉलेंजों में 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को देनेे के निर्णय से बना है। इस प्रक्रिया के तहत 26 प्रतिशत सीटों को बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रदेश में करीब 30 हजार से अधिक सीटों में बढ़ोत्तरी किए जाने का अनुमान बताया जा रहा है। जिले के कॉलेजों के लिए सीटों में बढ़ोत्तरी की जा रही है। अंदाज लगाया जा रहा है कि करीब 1500 से 2000 सीटों का इजाफा हो सकता है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रवेश प्रक्रिया के बीच संशोधन किया गया है। जिसमें पहली बार सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को इस दायरे लाया गया है।
अभी तक एससी, एसटी और ओबीसी को लाभ
जानकारों के अनुसार अभी तक कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को आरक्षण का लाभ दिया जाता था। एससी के लिए 16 फीसदी, एसटी के लिए 20 फीसदी और ओबीसी के लिए 14 फीसदी आरक्षण था। अब इडब्लूएस को 10 फीसदी आरक्षण का कोटा फिक्स कर दिया गया है।
4500 छात्रों ने पहले राउंड में किए आवेदन
जिलें के कॉलेजों में स्नातक स्तर के लिए करीब 8000 सीटें हैं। अब नई प्रक्रिया के तहत सीटों की संख्या 10000 हो जाएगी। प्रथम चरण की प्रवेश प्रक्रिया के दौरान करीब 4500 सीटों पर आवेदन हुए हैं। इनमें बीए, बीकाम, बीएससी पाठयक्रम शामिल है। जबकि प्रदेश में 1 लाख 2450 विद्यार्थियों ने पहले राउंड के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।
बड़े कॉलेजों में प्रवेश में होगी आसानी
बताया जाता है सीटें बढऩे से सबसे ज्यादा फायदा छात्रों को बड़े कॉलेजों में होगा। होमसाइंस कॉलेज, मानकुंवर बाई महिला महाविद्यालय, साइंस कॉलेज, शासकीय महाकोशल कॉलेज जहां प्रवेश के लिए कतारे लगी रहतीं हैं लेकिन सीमित सीटों के चलते छात्रों को अन्यंत्र कॉलेजों में प्रवेश लेने की मजबूरी होती है। अब सेकेंड राउंड में छात्रों को नए प्रावधान का मौका मिलेगा।
-इडब्लयूएस छात्रों को दस फीसदी आरक्षण देने के लिए पोर्टल में आज प्रावधान कर दिया गया है। सीटों का नया आवंटन आने वाला है। जो छात्र निर्धारित क्राइटेरिया में आएंगे उन्हें आरक्षण का लाभ दिया जाएगा।
-डॉ.उषा कैली, कप्रभारी मानकुंवर बाई महिला कॉलेज
-शासन का यह अच्छा निर्णय है। उन कॉलेजों के लिए यह फायदेमंद होगा जहां छात्रों के प्रवेश के लिए लंबी कतार लगी होती है। फिलहाल छात्रों से वचन पत्र या सर्टिफिकेट ले रहे हैं। सेकेंड राउंड से ही इसका पालन हो सकेगा।
-डॉ.गीता शुक्ला, प्रवेश प्रभारी, होमसाइंस कॉलेज