जिला नर्सेज एसोसिएशन की अध्यक्ष हर्षा सोलंकी ने मीडिया को सोमवार को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गत 9 जून से ही आंदोलनरत हैं। इसके तहत पहले काली पट्टी बांध कर विरोध जताया गया। फिर 11 जून को पीपीई किट पहन कर प्रदर्शन किया गया। अब चरणबद्ध आंदोलन के छठवें व अंतिम दिन सांकेतिक धरना दिया जा रहा है।
ये भी पढें- नर्सों ने दी प्रदेशव्यापी हड़ताल की धमकी, सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं भी होंगी ठप उन्होंने कहा कि सोमवार शाम तक अगर शासन स्तर से वार्ता की पहल न हुई या हमारी मांगें न मानी गईं तो हम सब जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज की नर्सें मंगलवार से काम बंद कर देंगी। इसके बाद प्रदेश के सभी छह मेडिकल कॉलेज की नर्सेज हड़ताल पर चली जाएंगी।
बता दें कि सोलंकि ने रविवार को मीडिया से बातचीत में बताया था कि मांग पूरी न होने पर जिला चिकित्सालय व पीएचसी-सीएचसी की नर्सेज को भी अपने आंदोलन से जोड़ लिया जाएगा। यहां यह भी बता दें कि नर्सेज यूनियन 10 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलित हैं। उनका कहना है कि वो 11 साल से इन मांगों को पूरा कराने के लिए लगातार प्रदेश शासन, वित्त विभाग से पत्राचार कर रही हैं। पिछले नौ जून से अब तक प्रदेश शासन, वित्त विभाग के साथ-साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी मेल व ट्वीट के जरिए अपनी मांगों से अवगत करा चुकी हैं, लेकिन उधर से अब तक कोई जवाब नहीं आया है।