ये है मामला
गोटेगांव से पांच किलोमीटर दूर बगासपुर गांव में मंगलवार की रात ओम प्रकाश साहू (21) की कनपटी पर गोली मार कर हत्या कर दी गई। मृतक गोटेगांव की एक प्रतिष्ठित कपड़ा दुकान पर काम करता है। वह दुकान से रात को आठ बजे अपने घर बगासपुर पहुंचा। उसी समय उसको मजीद मुसलमान की दुकान पर बुलाया। वहां पर पहुंचने के कुछ देर बाद कमलेश पटैल ने प्रकाश से ओमप्रकाश के ही चचेरे भाई अमित साहू के बारे में पूछा। उसने जानकारी नहीं होने की बात कही, जिस पर प्रकाश की कनपटी पर गोली दाग दी गई।
नहीं पहुंची पुलिस
ग्रामीणों का कहना है कि हत्या की इतनी बड़ी वारदात होने के बाद भी पुलिस घटना स्थल पर नहीं पहुंची। करीब २० घंटे बाद जब सुबह घटना स्थल पर गोली का खाली खाका मिला तो एसडीओपी ने उसको जब्त करने की कार्रवाई की। जिसकी दुकान पर युवक की हत्या की गई, उससे किसी प्रकार की पूछतांछ करने के लिए पुलिस नें नही बुलाया और वह अपने घर में बैठ कर उल्टे मृतक के परिवारजनों को धमकी देता रहा। जब शव को लेकर परिवार के सदस्य घर आए और उनको मुर्गा विक्रय करने वाले की धमकी की जानकारी मिली तो वह उत्तेजित हो गए और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए शव को मुख्य मार्ग पर रख कर चकाजाम करके हंगामा करने पर अमादा हो गए।
फिर हुआ हंगामा, आगजनी
मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद बुधवार दोपहर 12 बजे जैसे की बगासपुर पहुंचा हंगामा शुरू हो गया, जो तीन घंटे तक चलता रहा है। महिलाओं के साथ परिवार के अन्य सदस्य शव को बीच सड़क पर रख कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करते रहे। वहीं पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करके नाराजगी व्यक्त की। हंगामा करने वालों का कहना था कि जिन दुकानदारों के सामने हत्या की घटना हुई है, उनसे किसी तरह की पूछताछ तक नहीं कर रही है। वारदात में शामिल लोगों के नाम सामने आने पर पुलिस आरोपियों को थाने ले जा रही थी। इस दौरान हंगामा करने वाले उनसे मारपीट करने के लिए टूट पड़े और अपना गुस्सा हाथ ठेला आदि में आग लगा कर निकाला। बाद में एसडीएम शहिद खान, एसडीओपी पीएस बालरे, तहसीलदार धर्मेन्द्र चौकसे ने मृतक के परिवारजनों से मुलाकात करके उनको भरोसा दिलाया कि पांच सदस्यीय टीम के सामने मामले की सूक्ष्मता से विवेचना करके अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कथन के आधार पर मामला बनाया जाएगा। अधिकारियों की बात पर विश्वास करके पीडि़त पक्ष ने तीन घंटे बाद मार्ग से शव को अलग किया। तब जाकर जाम खत्म हो सका।
दो आरोपित गिरफ्तार
पुलिस थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना की रात जो एफआईआर दर्ज की गई है। उसके मुताबिक ओमप्रकाश साहू की हत्या के आरोप में कमलेश पटैल, कल्लू पटैल, बल्लू पटैल, कैलाश पटैल पर धारा ३०२, ३४, २५, २७ आम्र्स एक्ट के तहत मामला कायम किया गया है। आरोपी फरार हो हो गए हैं, उनकी तलाश की जा रही है। बताया गया है कि इसमें से दो आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
इसलिए आग में कूदा दादा
पोते की चिता में कूदने के सवाल पर 71 वर्षीय मूलचंद साहू की आंखें भर आईं। उन्होंने कहा कि हमारा एक पोता अमित पिछले तीन महीने से गायब है। उसका आरोपियों के साथ विवाद हुआ था। रिपोर्ट होने के बावजूद आज तक अमित का कोई पता नहीं चला। उन्हीं आरोपियों ने अमित के चचेरे भाई ओमप्रकाश को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना से मन इतना दुखी हो गया कि जीवित रहने की इच्छा खत्म हो गई थी। यही कारण है भावावेश में ओमप्रकाश की चिता पर कूद गया था। ओमप्रकाश बहुत होनहार था। वह घर में सभी का खयाल रखता था। अब वह कभी लौटकर नहीं आएगा। हमारा पोता तो दुनिया से चला गया। पुलिस को उसकी हत्या करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।