तिथि – जया तिथि तृतीया रात्रि 1.6 तक उपरांत रिक्ता तिथि चतुर्थी रहेगी। जया तिथि में सभी प्रकार के मांगलिक कार्य संपन्न किए जा सकते हैं, वहीं भद्रा तिथि में लग्र शुद्धि तथा नक्षत्र गणना सही न होने पर शुभ मांगलिक कार्य उचित नहीं माने जाते हैं, परंतु लग्र शुद्धि होने पर मांगलिक कार्य संपादित करना कल्याणकारी माने जाते हैं।
योग- दोपहर 11.19 तक वरीयान उपरंात परिघि योग रहेगा। दोनों ही योग सामान्य हैं दैनिक कार्य हेतु शुभ रहेंगे।
विशिष्ट योग- तिथि गणना तथा योग गणना के आधार पर आज का दिन सभी प्रकार के कार्यों हेतु शुभ तथा सुखद रहेगा।
करण- सूर्योदय काल से कौलव उपरंात गर तदनंतर बणिज करण का प्रवेश होगा, करण गणना सामान्य है।
नक्षत्र- उग्रक्रूरसंज्ञक ऊध्र्वमुख नक्षत्र मघा प्रात: 10.13 तक उपरंात पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र रहेगा। मघा नक्षत्र गंडात मूलक मूल नक्षत्र है। इस नक्षत्र में जन्मे जातक की मूल शंाति अवश्य करवानी चाहिए। जन्म के सत्ताइसवें दिन नक्षत्र पुनरावृत्ति के दिन मूल शंाति करवाना जातक के जीवन में अत्यंत कल्याणकारी माना जाता है।
शुभ मुहूर्त – आज नामकरण, विद्यारंभ, अक्षरारंभ, वेदारंभ, क्रय विक्रय विपणि व्यापार, हलप्रवहण, सेवारंभ बीज बपन, नववस्त्रधारण, पूर्व एवं दक्षिण की यात्रा शुभ रहेगी।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज 7.30 से 9.00 शुभ दोपहर 1.30 से 4.30 लाभ, अमृत तथा रात्रि 9.00 से 10.30 शुभ की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज : आज श्रावणी तीज, मधुश्रवा तीज, स्वर्ण गौरी व्रत का व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा। पौधरोपण करना शुभ फलकारी रहेगा।
चन्द्रमा : दिवस रात्रि पर्यंत तक सूर्य प्रधान राशि सिह राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के कर्क राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का पुष्य नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पूर्व दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास पूर्व दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: प्रात: 9.00.00 बजे से 10.30.00 बजे तक।
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर मा,मी,मे,मू अक्षर से आरंभ कर सकते हैं, बालकों की राशि सिंह तथा राशि स्वामी सूर्य होंगे। सिंह राशि के जातक प्राय: सुंदर, मननशील, विचारवान, सुशील, गंभीर, सेवाभावी, धैर्यवान, दार्शनिक, प्रकृतिप्रेमी, आडंबर विरोधी तथा जन हितैषी स्वभाव के होते हैं। दोपहर 11.13 के उपरंात जन्मे बालकों का जन्म नक्षत्र पूर्वाफाल्गुनी रहेगा, इस नक्षत्र में जन्मे जातक सौम्य होते हैं।