यह है स्थिति
– वर्ष 2018-19 बैच के पैरामेडिकल छात्र-छात्राएं हैं।
– जनवरी, 2020 में हो जाना चाहिए थी इनकी परीक्षा।
– दिसंबर, 2021 की घोषित समय-सारिणी भी निरस्त।
जनरल प्रमोशन की मांग
कोविड काल के सत्र की नर्सिंग परीक्षा की जगह जनरल प्रमोशन के आदेश के बाद पैरामेडिकल छात्र भी जनरल प्रमोशन की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर प्रदेश भर से आए छात्र-छात्राओं ने दो दिन पहले विवि में प्रदर्शन भी किया था। जनरल प्रमोशन और ओपन बुक से परीक्षा को लेकर कोई बात नहीं और इस दौरान परीक्षा की तारीख भी नजदीक की आ गई। इसके कारण भी परीक्षाओं को आखिरी समय पर जाकर स्थगित कर दिया गया।
छात्रों का आरोप-अपनी मनमर्जी थोप रहे
नर्सिंग छात्र संगठन के अध्यक्ष गोपाल पाराशर, उपाध्यक्ष रजनीश पटेल, महासचिव दीपक अहिरवार के अनुसार विवि छात्रों के भविष्य से खेल रहा है। कोरोना की आड़ में पैरामेडिकल छात्रों का भविष्य खराब करने पर तुली है। समय पर परीक्षाएं नहीं कराते और फिर मनमर्जी थोपते हैं। दो साल से ज्यादा समय से परीक्षा नहीं कराई और अब अचानक आदेश जारी कर एक महीने के अंदर पेपर रख दिए। उससे के पहले पे्रक्टिकल भी रख दिए थे। 29 नवंबर, 2021 तक प्रेक्टिकल पेपर देकर एक दिन बाद ही 1 दिसंबर, 2021 से डिग्री परीक्षा देना छात्रों के लिए संभव नहीं था। सभी छात्र मानसिक दबाव में हैं।