रैक मिलने पर बढ़ेगी संख्या
जबलपुर से शुरू होने वाली 19 ट्रेनोंं में से दो का संचालन एक जून से शुरू हो रहा है। रैक मिलते ही शेष 17 ट्रेनों भी जल्द शुरू होंगी। बेरिकेडिंग कर की मार्किंग
सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर प्लेटफॉर्म-एक से जुडऩे वाले तीनों मार्गों और एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनाए गए हैं। फुट ओवरब्रिज पर बेरिकेडिंग कर दो भागों में बांटा गया है। प्लेटफॉर्म के भीतर और बाहर जाने वाले मार्ग पर भी बेरिकेडिंग की गई है।
खुफिया रास्तों पर जीआरपी की तैनाती
प्लेटफॉर्म पर प्रवेश के सभी खुफिया रास्तों पर जीआरपी का बल तैनात रहेगा। आने-जाने वालों की वीडियोग्राफी भी होगी। जीआरपी के जवान बॉडी बॉर्न कैमरों से भी निगरानी करेंगे।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या कम होते ही पर्याप्त मात्रा में रैक उपलब्ध हो जाएंगे। इसके बाद रेलवे बोर्ड के निर्देश पर नई ट्रेनों का संचालन शुरू होगा।
संजय विश्वास, डीआरएम, जबलपुर रेल मंडल
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समान्य दिनों में
120 ट्रेनें गुजरती हैं जबलपुर से
19 ट्रेनें शुरू होती हैं जबलपुर से
70 हजार यात्री प्रतिदिन करते हैं सफर
स्टेशन पर प्रवेश के खुफिया रास्ते
– रेलवे ब्रिज क्रमांक-एक के बगल और ऊपर से
– लोको तलैया, जीआरपी थाने के पास से
– पार्सल ऑफिस, रेलवे पोस्ट ऑफिस के पास से
– प्लेटफॉर्म-एक पर बने रेस्टॉरेंट और रेलवे ब्रिज-2 के पास से
– प्लेटफॉर्म-छह पर एस्केलेटर के पास से
प्रवेश-निकासी का सेटअप बदलने से फायदा
– प्रवेश और निर्गम मार्ग पर नहीं लगेगी फीड़
– यात्रियों की स्क्रीनिंग और जानकारी दर्ज करने में होगी आसानी
– संदिग्ध यात्रियों की पहचान में होगी आसानी
– सेनेटाइज और मास्क वितरण में भी होगी आसानी
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स्टेशन पर प्रवेश-निकासी की व्यवस्था
प्लेटफॉर्म-एक
यात्री पर्यटन कार्यालय के बगल वाले गेट से प्लेटफॉर्म पर प्रवेश करेंगे और टिकट विंडो के पास वाले गेट से बाहर निकलेंगे।
प्लेटफॉर्म-छह
यहां मुख्य प्रवेश द्वार पर बेरिकेडिंग कर दो हिस्सों में बांटा गया है। प्लेटफॉर्म पर लाइन में लगकर यात्रियों को प्रवेश मिलेगा। दूसरे हिस्से से यात्री बाहर निकलेंगे।