दवा बाजार की अप्रैल और मई में स्थिति
इनकी बिक्री घटी-
एंटी इंफेक्टिव दवा
दर्द निवारक
गायनेकोलॉजिकल ड्रग
विटामिंस-मिनरल्स
चर्म रोग सम्बंधी दवा
सांस रोग की दवा
पेट, आंत सम्बंधी दवा
इनकी बिक्री बढ़ी
डायबिटीज
ब्लड प्रेशर
दिल की बीमारी
एंटी-मलेरिया
सेनेटाइजर
सेवलान, डेटॉल
ग्लब्स, मास्क
विशेषज्ञों का मानना है
-रहन-सहन बदलने से दवा की खुराक घटी
-फास्ट फूड, बाहर का खाना बंद होने और हवा की अच्छी सेहत से लोगों का इम्यून बूस्ट हुआ।
-घरों से बाहर कम निकलने और भीड़ के सम्पर्क में नहीं आने से वायरल इन्फेक्शन से बच रहे है।
-अपने आसपास साफ-सफाई, बार-बार हाथ धोने की आदत सहित हाइजीन का ध्यान रख रहे है
-प्रदूषण स्तर कम होने से अस्थमा सहित श्वसन रोगों सम्बंधी दवाइयों की जरूरत कम पड़ रही है।
-लोग घर में बना भोजन कर रहे है, इससे दूषित पानी-खाने से होने वाली पेट सम्बंधी समस्या नहीं।
-मास्क पहनना लोगों की आदत में शामिल हो गया है। इससे इन्फेक्शन सम्बंधी समस्या कम हुई है।
जबलपुर केमिस्ट एंड ड्रग एसोसिएशन के सचिव का कहना है कि डॉ. चंद्रेश जैन प्रदूषण का स्तर कम होने से हवा की सेहत सुधरी है। ऑक्सीजन का स्तर बढ़ा है। घरों में रहने के कारण ज्यादातर लोग कई इन्फेक्शन से बचे रहे। लोगों का इम्यून सिस्टम मजबूत हुआ है। लॉकडाउन में दवा कारोबार प्रभावित हुआ है। पहले के अपेक्षाकृत दवा कारोबार आधा रह गया है। एंटीबायोटिक दवाओं की बिक्री में काफी कमी आई है।