जिला विपणन संघ की ओर से खरीदे गए धान को अलग-अलग गोदामों में रखा गया है। यह धान मिलर को मिलिंग के लिए दिया जाता है। मिलिंग करने के उपरांत इसे वापस गोदामों में रखा जाता है। धान से मिलिंग होकर चावल आता है तब निगम के क्वालिटी इंस्पेक्टर गुणवत्ता का परीक्षण करते हैं। भोपाल से आने वाली टीम भी गुणवत्ता की जांच करती है।
चावल में ज्यादा टूटन
मौजूदा समय में दोनों जगहों की गोदामों में जो चावल रिजेक्ट किया गया है, उसमें टूटन अधिक थी। इसलिए नान ने उसे लेने से इनकार कर दिया है। इससे पहले भी कुछ लॉट को रिजेक्ट किया गया था। सूत्रों के अनुसार कुछ मिलर को अभी खराब धान भी मिल रही है। जिला विपणन संघ की गोदामों में पुराना धान भी रखा है। उसकी देखरेख नहीं होने के कारण गुणवत्ता में गिरावट आती है। इसी धान को मिलर को दे दिया जाता है। ऐसी ही धान बडख़ेरा ओपन कैप में मिली है। कई क्विंटल धान देखरेख के अभाव में खराब हो गई है।
प्रियंका राय, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम