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जबलपुर

फिजियोथैरेपी छात्राओं के फिगर पर कमेंट करता था प्रोफेसर, फरारी के दौरान करता रहा तीर्थ यात्रा

मेडिकल कॉलेज का मामला, रामेश्वरम् जाने की सूचना के बाद लौटा तो मेडिकल सर्टिफिकेट लेकर आया

जबलपुरFeb 18, 2020 / 12:25 am

deepankar roy

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जबलपुर. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में फिजियोथैरेपी छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोपी संविदा शिक्षक के मामले में सोमवार को नया मोड़ आ गया। गढ़ा पुलिस थाना में छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज होने के बाद आरोपी शिक्षक अभिषेक दुबे कॉलेज प्रबंधन को तीर्थ यात्रा पर रामेश्वरम् जाने का कहकर गायब हो गया था। कई दिनों तक फरार रहने के बाद आरोपी को न्यायालय से अग्रिम जमानत मिलने की बात कही जा रही है। इसके बाद बीमारी होने की बात कहकर मेडिकल सर्टिफिकेट के साथ फिजियोथैरेपी विभाग में ज्वाइनिंग के लिए पहुंच गया। शिक्षक पर गम्भीर आरोप और फरार रहने की अवधि के दौरान के मेडिकल सर्टिफिकेट को लेकर अब कॉलेज प्रबंधन पशोपेश में पड़ गया है।

पहले लम्बी जांच, फिर लगातार फरार

फिजियोथैरेपी की कुछ छात्राएं मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप कर रही हैं। छात्राएं संविदा शिक्षक की हरकतों से लम्बे समय से परेशान थीं। 25 वर्षीय युवती सहित 13 छात्राओं ने शिक्षक के आचरण पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। छात्राओं की शिकायत पर कॉलेज में कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने करीब चार महीने पहले पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की थी। शिकायत में कहा गया है कि आरोपी शिक्षक छात्राओं के फिगर और कपड़ों को लेकर अश्लील टिप्पणी करता है। छात्राओं से छेड़छाड़ करता है। लंबी जांच के बाद पिछले माह गढ़ा पुलिस ने संविदा शिक्षक के विरुद्ध छेडख़ानी का प्रकरण दर्ज किया था।

चंद कदम दूर थाना-कॉलेज, भनक नहीं

छात्राओं के गम्भीर आरोपों से घिरे संविदा शिक्षक के विरुद्ध पुलिस में प्रकरण दर्ज होने के बाद वह कॉलेज में घूमता रहा। सूत्रों के अनुसार फरार घोषित होने के बाद आरोपी ने तीर्थ यात्रा पर रामेश्वरम् जाने की कॉलेज को सूचना दी। आरोपी के लगातार कॉलेज के कुछ अधिकारियों से बातचीत होने के बावजूद पुलिस को उसकी लोकेशन नहीं मिली। चंद कदम दूर कॉलेज में थाने से प्रकरण की जानकारी नहीं पहुंची। फरारी के दौरान करीब एक महीने तक विभाग नहीं पहुंचने पर भी कॉलेज प्रबंधन अनभिज्ञ रहा। पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. पीके कसार के अनुसार शिक्षक की ज्वाइनिंग सम्बंधी मामले में विभाग की ओर से जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। नियमानुसार कार्रवाई होगी।

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