रेल प्रशासन एवं रेल संगठन के बीच हुई वार्ता, महाप्रबंधक के सामने जताया विरोध
जबलपुर•Oct 01, 2022 / 12:25 am•
Mayank Kumar Sahu
जबलपुर. रेल प्रशासन एवं रेल संगठन के बीच बुधवार को आयोजित पीएनएम बैठक में रेल कर्मियों को जीवन रक्षक दवाएं न हमलने एवं एचआरए काटे जाने का मुद्दा गमार्या रहा। रेल प्रबंधन को कर्मचारियों ने आड़े हाथों लिया। यह स्थायी वार्ता रेल प्रशासन एवं वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन के साथ हुई। बैठक में महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता एवं अन्य अधिकारी उपिस्थत रहे।
डब्ल्यूसीआरईयू महामंत्री मुकेश गालव, मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला ने कहा कि अस्ताल में किडनी, कैंसर आदि बीमारी से जुड़ी जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। जोनल अस्पताल होने के बाद भी चिकित्सकों की कमी है। रेल कर्मचारियों के वेतन से एचआरए काटा जा रहा है लेकिन पिछले तीन सालों से क्वॉटरों को कोई मैटेंनेंस नहीं हुआ है। ऐसे में एचआरए बंद किया जाए। यूनियन के विरोध के बाद महाप्रबंधक ने आश्वस्त किया कि समस्याओं पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
ट्रेक मशीन स्टाफ के लिए राशि स्वीकृत
ट्रेक मशीन स्टाफ के लिए साइडिंग में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दो करोड़ रुपए स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया। जबलपुर, भोपाल एवं कोटा मंडल की साइडिंग में ट्रेक मशीन स्टाफ की सुविधा के लिए आवश्यकता अनुसार कार्य कराया जाएगा एवं बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाएंगे। इसी के साथ कोटा-रुठियाई खंड में 51 पद रीडेजिग्नेट कर नए पद सृजित किए गए हैं, इन पदों पर शीघ्र ही कर्मचारी पदस्थ किए जाएंगे, जिससे दोहरीकरण होने के कारण मेंटेनेंस कार्य के लिए कर्मचारी उपलब्ध रहें। बैठक में कर्मचारियों को बोनस एवं डीए को भी अनुमति प्रदान की गई। बैठक में मंडल सचिव रोमेश मिश्रा, जोनल कोषाध्यक्ष नवीन तिवारी सहित मुख्यालय पदाधिकारी उपस्थित रहें।