ऐसे चला काम
-सुबह 10 बजे से कटनी छोर की ओर से कार्य प्रारंभ
-पॉइंट 139 ए के क्रास ओवर को हटाकर प्लेन ट्रेक में बदला गया
-पॉइंट 139 बी के आर टंग रेल को हटाकर एन टंग रेल किया गया
-प्लेटफॉर्म न.01 की अप लाइन बंद रही
-रोजाना 5 घंटे किया लिया गया ब्लॉक
इन टे्रनों को किया टर्मिनेट
मदन महल स्टेशन- जनशताब्दी एक्सप्रेस, श्रीधाम एक्सप्रेस, शटल, ओवरनाइट एक्सप्रेस
अधारताल स्टेशन- रीवा-जबलपुर इंटर सिटी, सिंगरौली-जबलपुर इंटरसिटी
ये रहीं समस्या
-अधारताल स्टेशन पर पर्याप्त पुलिस बल नहीं था
-स्टेशनों में परिवर्तित ट्रेनों की सूची चस्पा नहीं थी
-ऑटो चालकों के लिए किराया निर्धारण नहीं
-अधारताल प्लेटफॉर्म नीेचे होने से हुई परेशानी
-कोई भी रेट लिस्ट नहीं की गई थी चस्पा
केस-1
पैर हो गया फैक्चर
रीवा इंटरसिटी टे्रन से अधारताल स्टेशन पर केपी पांडे उतरे। स्टेशन का प्लेटफार्म काफी नीचे था जिसके चलते वे अपने पैर का बैलेंस नहीं बना। प्लेटफार्म पर गिरने से उनका पैर मुड़ जाने से फैक्चर हो गया। परिजनों को उन्हें निजी अस्पताल ले जाना पड़ा।
केस-2
ट्रेन से ज्यादा ऑटो का किराया
द्वारका कुशवाहा, आनंद सिंह को खन्ना बंजारी जाना था। रेलवे स्टेशन से आधारताल आने के लिए ऑटो वाले ने उनसे 250 रुपए वसूल लिए। उन्होंने बताया कि जबकि टे्रन का किराया ही 60 रुपए है।
केस-3
आधे रास्ते पर ही छोड़ दिया
रीवा से जबलपुर आए दिव्यांग विष्णु रजक को एक ऑटो चालक ने लौटते समय आधारताल चौराहे के पहले ही छोड़ दिया और 100 रुपए भी ले लिए। उसे स्टेशन तक आने के लिए फिर से 60 रुपए खर्चने पड़े इसे लेकर उन्होंनं नाराजगी जताई।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
नॉन इंटरलॉकिंग काम शुरू होने के कारण यात्रियों को परेशानी न हो इसे लेकर सीनियर डीसीएम बसंत शर्मा अधारताल स्टेशन पहुंचे। नॉन इंटरलॉकिंग के चलते सुबह रीवा-जबलपुर इंटरसिटी और सिंगरौली-जबलपुर इंटरसिटी ट्रेन को अधारताल स्टेशन पर टर्मिनेट किया गया। इसी तरह मदनमहल स्टेशन से सुबह जनशताब्दी एक्सप्रेस और जबलपुर-रीवा शटल ट्रेन का संचालन हुआ। इस दौरान वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कोचिंग मनोज गुप्ता उपस्थित थे।
350 कर्मचारियों ने किया काम
मुख्य रेलवे स्टेशन पर रीमॉडलिंग कार्य के लिए करीब 350 कर्मचारी जुटे रहे। इस दौरान कटनी एंड की तरफ से भारी मशीनें लगाई गई थीं। एक क्रेन जहां रेल को उठाकर संभाल रही थी तो वहीं दूसरी स्लीपर मशीन के द्वारा स्लीपरों को निकालकर बदला जा रहा था। टे्रक के ऊपर डाली गई बिजली लाईनों को भी दुरुस्त करने का काम चला।