रेलवे का कहना है कि पैसेंजरों को लंबी वेटिंग से राहत देने के लिए ट्रेनों में कोच बढ़ाए गए थे पर अब कोचों की संख्या कम की जाएगी। रेलवे पहले नियमित ट्रेनों से स्लीपर और एसी कोच कम कर रहा है। 26 या 24 कोच की ट्रेनों को अब 22 कोच के रैक में बदला जा रहा है। स्लीपर और थर्ड एसी के कोच कम करने से दोहरी दिक्कत पैदा हो सकती है। स्लीपर और थर्ड एसी के कोच में ही सबसे ज्यादा भीड़ होती है। एक स्लीपर कोच हटने से जहां ट्रेन में 72 पैसेंजर कम होंगे, वहीं थर्ड एसी से 64 पैसेंजर कम हो जाएंगे यानि इतने पैसेंजर्स यात्रा के लिए परेशान होंगे।
स्पेशल ट्रेन चलाएगी रेलवे
रेलवे के सूत्रों के अनुसार इन पैसेंजरों को स्पेशल ट्रेनों की ओर मोडऩे के लिए यह कवायद की जा रही है। स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से पेसेंजर्स से 15 फीसदी ज्यादा किराया लेकर कन्फर्म टिकट दी जा सकेगी। स्पेशल ट्रेनों में पैसेंजर से न सिर्फ 15 फीसदी ज्यादा किराया लिया जा सकेगा बल्कि प्रीमियम कोटे से 300 रुपए की स्लीपर टिकट से 1200 से 1400 रुपए तक किराए लिया जाएगा। वैसे रेलवे अधिकारी अधिकृत रूप से अतिरिक्त कोच उपलब्ध कराने के लिए यह कदम उठाने की बात कह रहे हैं। उनका यह भी कहना कि नए रूट पर स्पेशल ट्रेन दाडाने के लिए कोच की कमी आड़े न आए इसलिए नियमित ट्रेनों से कोचों की संख्या कम की जा रही है।