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जबलपुर

बारिश ने दी दस्तक, मुख्य नाले-नालियों की नहीं हुई सफाई

हल्की बारिश में ही तालाब बन जाती है चेरीताल से दीक्षितपुरा तक की सड़क

जबलपुरJun 15, 2018 / 01:36 am

sudarshan ahirwa

Rain has given knock, main drainage drains are not cleaning

Rain has given knock, main drainage drains are not cleaning

जबलपुर. कहने को तो चेरीताल जबलपुर से कटनी मुख्य सड़क पर है, लेकिन यहां के हालात जरा सा पानी बरसते ही गांव से भी बदतर हो जाते हैं। चेरीताल से दीक्षितपुरा होकर सराफा जाने वाली शहर के हृदय स्थल स्थित सड़क हल्की बारिश में ही तालाब में तब्दील हो जाती है। यहां बरसात में लोगों का घर से निकलना दूभर हो जाता है। यह स्थिति हर साल बनती है। क्षेत्रीय नागरिकों का दावा है कि इस साल भी बरसात यहां कहर बनकर टूटेगी। लोगों ने इसके लिए अभी से अपने स्तरी पर व्यवस्थाएं करना आरंभ कर दिया है।
नाले में तकनीकी खामी स्थानीय लोगों ने बताया कि क्षेत्र के वर्षाजल की निकासी के लिए हनुमान ताल से आने वाला नाला ही मुख्य जरिया है। इसमें बहुत बड़ी तकनीकी त्रुटि है। हनुमानताल ऊंचाई पर है। जबकि इस क्षेत्र का धरातल अपेक्षाकृत काफी नीचे है। जबकि नाले की गहराई हनुमानताल से चेरीताल तक एक सी है। इसके चलते ऊंचे इलाकों का पानी नाले का बहाव अधिक होते ही निचले इलाकों की सड़कों व घरों में घुसने लगता है।
महीनों नहीं होती सफाई
दीक्षितपुरा निवासी राजाराम बताते हैं कि चेरीताल से दीक्षितपुरा जाने वाली सड़क के मुहाने पर ही यह नाला स्थित है। यहां पर समकोण में सड़क मुड़ती है। जहां संे नाला मुड़ता है, वहां इसकी चौड़ाई और संकरी हो गई है। उनका कहना है कि कचरे व चोक की वजह से यहां बिना बरसात के ही साल में कई बार गंदा पानी नाले से बाहर सड़कों पर आ जाता है। इसके बावजूद नगर निगम महीनों इस नाले की सफाई नहीं कराती।
नालियां कचरे से भरींं
दीक्षितपुरा क्षेत्र सघन आबादी वाला इलाका है। यहां गलियां संकरी हैं। कई गलियों में नालियां बहुत ही तंग व गंदगी से बजबजा रही हैं। जबकि कई गलियों में तो नालियां ही नदारत हैं। कुछ नालियां लोगों ने अपनी सुविधा के लिहाज से बंद कर रखी हैं। इसके चलते इन गलियों से वर्षाजल की निकासी नहीं हो पाती और जलप्लावन की स्थिति निर्मित होती है।
पैरों में होने लगती है गलन
क्षेत्रीय नागरिक मनीष गुप्ता, केदारनाथ, शशांक साहू, ऋषिकांत, पप्पू यादव, राजेश रजक ने बताया कि बरसात में जनप्लावन के चलते यहां की सड़कों में चार माह पानी भरा रहता है। इसकी वजह से कई लोगों को हर साल पांव में गलन सहित अन्य चर्मरोग भी हो जाते हैं
दस मिनट का पानी ही बहुत
दस मिनिट पानी गिर जाए तो चेरीताल से दीक्षितपुरा की सड़क पानी से लबालब हो जाती है। बल्देवबाग के पास यह नाला जाम है। इस वजह से भी हर साल बरसात में इसका बैक वाटर सड़क व घरों में घुसता है।
बंटी, क्षेत्रीय नागरिक
नाले की क्षमता नहीं
हनुमानताल से आने वाले पानी का वेग और तादाद इस नाले की क्षमता के बाहर है। उपर से नगर निगम इसकी सफाई का ध्यान भी नहीं रखती। हमें हर साल इस मुसीबत के साये में ही बरसात गुजारना पड़ता है।
प्रियांश यादव, क्षेत्रीय नागरिक
ये कहते हैं जनप्रतिनिधि
सफाई कार्य लगातार चल रहा है। इसके बावजूद नाले की तकनीकी खामी के चलते यहां जलप्लावन की स्थिति बनती है। कोशिश की जा रही है कि इस वर्ष एेसा न हो
सुशील शुक्ला, पार्षद डॉ राजेंद्र प्रसाद वार्ड

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