सिकलीगरों से हथियार खरीद कर करते थे तस्करी
एसपी अमित सिंह और एएसपी रायसिंह नरवरिया ने बताया कि ऋषभ 2018 में अधारताल में आम्र्स एक्ट में गिरफ्तार हो चुका है। आशीष काछी पर हत्या सहित पांच प्रकरण पहले से दर्ज हैं। दोनों सिकलीगरों से हथियार खरीद कर बेचते थे। क्राइम ब्रांच द्वारा एक महीने पहले अधारताल में आम्र्स से सम्बंधित खुलासे में भी ऋषभ का नाम सामने आया था। उसने सट्टा नाम से फेसबुक ग्रुप बना रखा था। इसके माध्यम से वह हथियार बेचता था। एसपी सिंह ने बताया कि ऋषी के ग्रुप सें जुड़े लोगों की तस्दीक कर क्राइम रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है।
ये है घटना
23 नवम्बर की रात घर के सामने ढाबा संचालक ऋषि असाटी के सिर पर गोली मारकर हत्या की गई थी। इससे पहले उससे दो लाख रुपए की मांग की गई थी। ऋषि की पांच नवम्बर को शादी होने वाली थी। पुलिस ने मामले में मास्टरमाइंड ऋषभ शर्मा, आशीष काछी और अंचल नामदेव को आरोपी बनाया था। अंचल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। हत्या के खुलासे में टीआई गोसलपुर सारिका पांडे, डीएसपी क्राइम देवेंद्र सिंह धुर्वे, एसआई सतीश तिवारी, सायबर सेल के आरक्षक आदित्य की मुख्य भूमिका रही।